एक खास अभियान के तहत जस्टिस लोया के सामान्य मौत को हत्या बताकर सुर्खियां बटोरने वाली अंग्रेजी मैगजीन एक बार फिर विवाद के लपेटे में घिर गई है। इस बार भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के छोटे बेटे विवेक डोभाल ने अपने खिलाफ झूठा अभियान चलाने के लिए सबक सीखाने की ठानी है। विवेक डोभाल ने दिल्ली के पटियाला हाईकोर्ट में कारवां मैगजीन के संपादक तथा उनके खिलाफ झूठी कहानी लिकने वाले रिपोर्ट कौशल श्रॉफ तथा कांग्रेस नेता जयराम रमेश के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई है। माना जाता है कि इस मामले पर अगली सुनवाई कल यानि मंगलवार को की जाएगी। मालूम हो कि कारवां मैगजीन ने अजीत डोवाल और उनके दोनों बेटों की छवि धूमिल करने के तहत एक उलझाऊ स्टोरी प्रकाशित की है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उसी स्टोरी के आधार पर उनपर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है।
National Security Advisor (NSA) Ajit Doval' son, Vivek Doval moves Delhi's Patiala House Court in a criminal defamation complaint against Congress leader Jairam Ramesh, Editor-in-Chief of Caravan Magazine and Kaushal Sharoff (reporter). Court to hear the matter tomorrow.
— ANI (@ANI) January 21, 2019
जबकि विवेक डोभाल का कहना है कि पत्रिका ने जो रिपोर्ट प्रकाशित की है उसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने अपनी शिकायत में पत्रिका की स्टोरी को भ्रामक, सच्चाई से पड़े तथा निरर्थक बताया है। उन्होंने कहा है कि वह कोर्ट में साबित कर देंगे कि यह लेख उनकी छवि को धूमिल करने मात्र के लिए लिखा गया है। इसके साथ ही विवेक ने कहा है कि जो लोग इस स्टोरी को आधार बनाकर हम पर आक्षेप लगाया है उन्होंने भी सच्चाई की जांच पड़ताल नहीं की।
मालूम हो कि कारवां पत्रिका के रिपोर्टर कौशल श्रॉफ ने अपनी रिपोर्ट में विवेक डोवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा करने के कुछ ही दिन बाद केमैन आइलैंड में हेज फंड नाम से एक कंपनी रजिस्टर्ड कराने का आरोप लगाया है। ध्यान रहे कि केमैन आइलैंड को करमुक्त (टैक्स हेवैन) देश माना जाता है। इतना ही नहीं कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने भी इसी रिपोर्ट के आधार पर उनकी कंपनी को डी कंपनी कह दिया था। इसके साथ ही पत्रिका ने उनके नाम पर GNY Asia तथा GNY इंडिया नाम की दो कंपनी होने का भी आरोप लगाया है।
कारवां के रिपोर्टर ने अपनी रिपोर्ट में आरोप तो कई लगाए लेकिन उन्होंने सबूत के रूप में कुछ नहीं दिया है उनके तथ्य के रूप में नेम ड्रॉपिंग के अलावा कुछ नहीं है। आरोप है कि दोनों भाई की कंपनियों में आपसी घालमेल है। विवके डोवाल के बडे़ भाई शौर्य डोवाल की एक कंपनी इंडिया फाउंडेशन है।
पत्रिका ने अपनी रिपोर्ट का आधार अजीत डोभाल की उस रिपोर्ट को बनाया है जो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा गठित समिति के लिए लिखी गई थी। उन्होंने साल 2011 में अपनी इस रिपोर्ट में कहा था कि अगर देश में काला धन वापस लाना है या फिर देश का कालाधन बाहर जाने से रोकना है तो फिर उन करमुक्त देशों तथ वहां से चलाई जा रही कंपनियों और संस्थाओं पर चोट करनी होगी। कारवां की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस नेता ने डोवाल से स्पष्टीकरण देने को कहा था। साथ ही उन्होंने डोभाल से अपनी ही रिपोर्ट के आधार पर सख्ती से कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं विवेक ने अपनी शिकायत में कहा है कि चूंकि उनके पिता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं इसलिए उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए ही इस प्रकार के साजिश के तहत आलेख प्रकाशित कराए गए हैं। विवेक ने कहा है कि पिता की प्रतिष्ठा को जानबूझ कर ठेंस पहुंचाने वालों को सबक सीखाने के लिए ही उन्होंने आपराधिक मानहानि की शिकायत की है।
URL : nsa ajit dovals son vivek filed complaint against caravan in court
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