नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने वरिष्ठ पत्रकार और लेखक श्री संदीप देव पर नोएडा के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन द्वारा सेक्शन 500/504 और 66 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने को लेकर कड़ी निंदा की है।
इटंरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स से संबद्ध एनयूजे के अध्यक्ष रास बिहारी ने इस बारे में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल को अलग-अलग पत्र भेजकर श्री देव पर दर्ज मामले की जांच कराने का अनुरोध किया है।
NUJI ने पत्रकार संदीप देव पर नोएडा पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने पर चुनाव आयोग से की जांच मांग!
श्री रास बिहारी ने राज्यपाल को भेजे पत्र में कहा कि पश्चिम बंगाल और कई अन्य राज्यों में राजनीतिक कारणों से पत्रकारों को मुकदमें दर्ज कर परेशान किया जाता है। उत्तर प्रदेश पुलिस तो इस मामले में आगे निकल गई है और मामला दर्ज करने के बावजूद पत्रकार का अपराध नहीं बता रही है। यह आश्चर्य का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ रची साजिशों का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार के खिलाफ ही उत्तर प्रदेश पुलिस साजिश रचकर फर्जी मामले दर्ज कराकर फंसाने में लगी है।
एनयूजे अध्यक्ष रास बिहारी ने मुख्य चुनाव आयुक्त और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि श्री संदीप देव वरिष्ठ पत्रकार हैं और उन्होंने दैनिक जागरण, नईदुनिया समेत कई समाचार पत्रों में काम किया है। श्री देव ने निशाने पर नरेंद्र मोदी: साजिश की कहानी-तथ्यों की जुबानी’, राज योगी: गोरखनाथ से आदित्यनाथ तक, मप्र सरकार सरकार द्वारा विष्णु प्रभाकर सम्मान से सम्मानित संघ के द्वितीय सर संघचालक गोलवलकर जी की जीवनी ‘हमारे श्रीगुरुजी’ और कहानी कम्युनिस्टों की (खंड-1 1917-1964) पुस्तकें लिखी हैं। पुलिस ने किस आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है यह जांच का विषय है। पुलिस किस दवाब में उन्हें फर्जी मामला बनाकर प्रताड़ित कर रही है, यह भी जांच का विषय है।