अर्चना कुमारी। दिल्ली में करोना त्रासदी के बीच ओलिंपिक पदक विजेता सुशील पहलवान विवाद के घेरे में में आ गया है । दरअसल लॉकडाउन के दौरान उत्तर-पश्चिम दिल्ली के मॉडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के दो गुटों में हुए मारपीट और बवाल में एक गुट के पांच पहलवान बुरी तरह जख्मी हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान एक पहलवान की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मृतक की शिनाख्त सागर (23) के रूप में हुई है।
पुलिस ने घटना स्थल से पांच कारें, कुछ हथियार बरामद किए हैं। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पूरे बवाल में ओलंपिक पदक विजेता सुशील पहलवान और उसके साथियों का हाथ है जबकि वैसे पुलिस पूरे बवाल के बाद दर्ज की गई एफआईआर में सुशील पहलवान और उसके साथियों के नामों का जिक्र किया है।
पुलिस का कहना है कि मंगलवार देर रात यह घटना छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में हुई। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची। जांच के दौरान पुलिस को पार्किंग एरिया में खड़ी पांच गाड़ियां मारुति अल्टो, होंटा सिटी, मारुति ब्रीजा, फॉरच्यूनर और स्कोर्पियो मिलीं।
सूत्रों का दावा है स्कोर्पियो गाड़ी की पिछली सीट पर एक डबल बैरल गन व तीन जिंदा कारतूस दूसरी गाड़ियों से डंडे व दूसरे हथियार मिले। पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला कि निजी वाहनों से एमसीडी कालोनी निवासी सोनू (37), मॉडल टाउन निवासी सागर (23) और रोहतक हरियाणा निवासी अमित कुमार (27) व दो अन्यों को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है।
सभी को बहुत बुरी तरह डंडों, लाठियां व दूसरे हथियारों से मारा गया। इस बीच एक पहलवान सागर की मौत होने की भी जानकारी पुलिस को मिली । अभी तक की जांच में घायलों ने सुशील पहलवान और उसके साथियों पर पिटाई करने का आरोप लगाया है।
इनका कहना है कि प्रॉपर्टी के किराए को लेकर विवाद पर झगड़ा हुआ है। पुलिस घायलों का बयाल लेकर मामले की जांच कर रही है। वहीं पुलिस ने मारपीट करने, सरकारी आदेश का उल्लंघन, हत्या, गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
सुशील पहलवान ने पूरे मामले में खुद के शामिल होने की बात से इंकार किया है। पुलिस को ये समझ नहीं आ रहा है जब दिल्ली में लॉकडाउन लगा है तब सब पहलवान आपस में एक जगह कैसे जमा हो गए और इनको किसी चेकिंग पॉइंट पर क्यों नहीं रोका गया