देश की न्यायपालिका को बदनाम करने की साजिश में शामिल गैंग एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हमलावर हो गया है।। जज लोया की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर यह गैंग सोशल प्लेटफार्म ट्विटर से फैसले पर विरोध जता रहे हैं! इस गैंग में शामिल प्रशांत भूषण हो या राजदीप सरदेसाई ने अपने ट्वीटर हैंडल के जरिए सुप्रीम कोर्ट पर हमला करना शुरू कर दिया है।
प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को न्याय के इतिहास में “काला दिन” बताया है। इस तरह उन्होंने देश की न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाया है। यही लोग हैं जो अक्सर भाजपा पर संविधान बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाते हैं। लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्या प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट पर प्रश्न खड़ा कर देश के संविधान को चुनौती नहीं दी है? वैसे तो सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही अपने फैसले में इन पर अवमानना की प्रक्रिया चलाने की बात कही है। लेकिन क्या इनके खिलाफ संविधान अवमानना के तहत कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए?
WATCH | "It is a wrong judgement. It’s a black day for the institution": @pbhushan1 on the Supreme Court rejecting petitions for an independent investigation into #JudgeLoya case
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— NDTV (@ndtv) April 19, 2018
आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने भी अपनी ट्वीट के जरिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर जजों के खिलाफ न्याय कौन करेगा? सवाल ये नहीं है कि उन्हें संविधान की जानकारी नहीं है, लेकिन क्या वे यह सवाल उठाकर एक फेक नैरेटिव स्थापित करने के प्रयास में नहीं लगे हैं? क्या उनके सवाल उनकी बौद्धिक मंशा पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगा रहा?
Who will edit the editors, has been asked many times. Now is the time to ask who will judge the Judges ?
— ashutosh (@ashutosh83B) April 19, 2018
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने तो ट्वीट कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कही गई बात को ही साबित कर दिया है। सरदेसाई ने लिखा है कि अब यह लड़ाई कोर्ट में नहीं बल्कि राजनीतिक अखाड़े में लड़ी जाएगी। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में ही कहा है कि राजनीतिक लड़ाई के तहत ही न्यायपालिका को बदनाम करने के लिए इस मामले याचिकाएं दायर की गई हैं। अब सवाल उठता है कि क्या राजदीप सरदेसाई अब किसी राजनीतिक पार्टी की तरफ से इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे। इस बात का खुलासा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ही अपनी ट्वीट में कर दिया है।
Breaking on @IndiaToday : Supreme Court dismisses plea to probe Justice Loya death.. expect the battle to be fought in politics now not in the court. #JudgeLoya
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) April 19, 2018
सुप्रीम कोर्ट को धमकाने वाले वामपंथी-कांग्रेसी वकीलों की हिम्मत तो देखिए?
SC by taking names of Dushyant Dave, Indira Jaisingh, P. Bhushan,Mr Giri expressed anguish & makes strong observations for their conduct during hearing of #JudgeLoya case.
— Prashant P. Umrao (@ippatel) April 19, 2018
जज लोया का परिवार भी कह रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने यह सही निर्णय दिया है। जज लोया के बेटे ने पहले भी कहा था कि हमारे पिता की मौत प्राकृतिक है, संदिग्ध नहीं। इस पर राजनीति न करें! लेकिन वामी-कांगी लॉबी को तो लोकतंत्र व न्यायतंत्र को बंधक बनाना था, सो याचिकाकर्ताओं में भी लोया के परिवार का नाम नहीं शामिल किया गया कि कहीं वह अदालत में यह न कह दें कि हमें जांच नहीं करानी!
‘I am sure it’s the right decision and I respect the decision’, says Loya’s family Lawyer #LoyaLobbyDismissed pic.twitter.com/IDg81vutZG
— TIMES NOW (@TimesNow) April 19, 2018
भाजपा ने कहा, यह राहुल गांधी प्रायोजित अभियान था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने परवान नहीं चढ़ने दिया!
BJP attacks Rahul Gandhi, BJP: SC dismissed politically motivated plea, Rahul Gandhi’s motivated campaign called out by SC #LoyaLobbyDismissed
— TIMES NOW (@TimesNow) April 19, 2018
नागपुर के ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हमारी जांच के अनुरूप ही आया है। शुरू से ही यह एक प्राकृतिक मौत थी, जिसे बेवजह तूल दिया गया।
‘The investigation was correct since start, Court has believed us’, says Shivaji Bodke, Joint Commissioner, Nagpur Police as he speaks to TIMES NOW's @siddhantvm #LoyaLobbyDismissed pic.twitter.com/vcNTGVsDde
— TIMES NOW (@TimesNow) April 19, 2018
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, यह कोई जनहित याचिका नहीं, कांग्रेस प्रयोजित याचिका थी।
#LoyaLobbyDismissed | This case was not a case activated by public interest, but basically driven to promote Congress interest and cause damage to the interest of the BJP in general and our national president Amit Shah in particular: Ravi Shankar Prasad, BJP pic.twitter.com/dOrY5EuPSy
— TIMES NOW (@TimesNow) April 19, 2018
URL: sc-dismisses-pil-seeking-probe-into-judge-loyas-death-Rahul gandhi lobby unhappy
Keywolds: Judge Loya, Supreme Court, Sohrabuddin Sheikh fake encounter, Judge Loya Death Verdict, CBI, Loya Death Case, जज लोया, सुप्रीम कोर्ट रवीश कुमार, सिद्धार्थ वरदराजन, भवतोश बल