अर्चना कुमारी । देश की राजधानी में बदमाश और गैंगस्टर किस कदर आतंक मचा रहे हैं इसका उदाहरण है नजफगढ़ की घटना । दरअसल इस ग्रामीण इलाके में गौशाला चेयरमैन से एक करोड़ की रंगदारी मांगा गया हालांकि इसके लिए जिम्मेदार कपिल सांगवान उर्फ नंदू और ज्योति उर्फ बाबा गैंग के बदमाश को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने धर दबोचा।
पकड़े गए आरोपी की पहचान गांव कलोई, झज्जर, हरियाणा निवासी सुमित धनकड़ (24) के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला है कि रंगदारी देने से मना करने पर आरोपियों ने 30 जनवरी को गौशाला के गेट पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। पुलिस ने आरोपी के पास से एक पिस्टल, पांच कारतूस व एक कार बरामद की है। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
आरोपी के पास से वह मोबाइल व सिम भी बरामद कर लिये गए हैं, जिनकी मदद से आरोपी ने पीड़ित से रंगदारी की डिमांड की थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि नजफगढ़ के सुरहेड़ा गांव में चेयरमैन से एक करोड़ की रंगदारी मागने वाला आरोपी आउट रिंग रोड पर आने वाला है। इस तरह की सूचना के बाद फौरन एसीपी अत्तर सिंह व अन्यों की टीम ने अर्जुन पेठ, आउट रिंग रोड के पास जाल बिछा दिया।
बताया जाता है आरोपी कार में सवार होकर वहां पहुंचा। मौके पर पहले से मौजूद स्पेशल सेल की टीम ने आरोपी को दबोच लिया। उसके पास से .32 बोर की एक पिस्टल व पांच कारतूस बरामद हुए। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह कपिल सांगवान उर्फ नंदू और ज्योति उर्फ बाबा (दोनों सगे भाई) गैंग का सदस्य है। पूछताछ में पता चला है कि ज्योति फिलहाल अभी मंडोली जेल में बंद है।
उसके कहने पर ही आरोपी ने दो सिम का जुगाड़ कर इंटरनेट कॉलिंग के जरिये पीड़ित से दिसंबर में रंगदारी मांगी। आरोपियों ने 22,23 और 27 दिसंबर को रंगदारी की डिमांड की। कॉलिंग के समय आरोपी ने खुद को नंदू बताकर रुपये मांगे थे।