अर्चना कुमारी। आईएसआई और अंडरवर्ल्ड मॉड्यूल के पर्दाफाश होने के बाद पाक ट्रेंड आतंकी ओसामा के चाचा और पिता को सुरक्षा एजेंसियां तलाश रही थी और इसी क्रम में बताया जाता है कि ओसामा के चाचा ने प्रयागराज के करेली थाने में सरेंडर कर दिया। इसके बाद उसे आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार करते हुए उत्तर प्रदेश एटीएस लखनऊ ले गई ,जहां पर पहुंची दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने उससे पूछताछ की है।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि स्पेशल सेल उसकी कस्टडी लेकर आगे की पूछताछ करेगी। जबकि आरोप है कि उसने गिरफ्तार आतंकी ओसामा को पाकिस्तान ट्रेनिंग के लिए भेजने में मदद की थी। ओसामा के पिता और चाचा ने ओसामा को आतंकी ट्रेनिंग के लिए कई महीने तक ब्रेनवाश किया था तथा ट्रेनिंग के लिए कथित तौर पर मदद करते हुए रुपए पैसे भी दिए थे ।
वैसे ओसामा का पिता अभी दुबई में है और मदरसा चला रहा है और उस पर भी देश विरोधी आतंकी गतिविधियों को संचालित किए जाने का आरोप है, जिसके चलते उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। बताया जाता है कि ओसामा का पिता दुबई में आई एस आई का हैंडलर है जबकि उसका चाचा दुबई में बैठे अपने भाई के इशारे पर भारत में आतंकी मिशन को हैंडल कर रहा था।
हुमैद उर्रहमान के बारे में यह भी पता चला है कि वह लखनऊ में गिरफ्तार आतंकी आमिर की बहन का ससुर है ।इस मॉड्यूल से जुड़े हुए एक अन्य संदिग्ध आतंकी ज़ाकिर को मुंबई से गिरफ्तार किया गया और इसकी निशानदेही पर इमरान नामक एक और आतंकी को मुंब्रा से गिरफ्तार किया गया। मुंबई पुलिस की मदद से उसकी गिरफ्तारी हुई है और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल उसे लाने के लिए मुंबई रवाना हो चुकी है।
जाकिर के बारे में बताया जाता है कि जान मोहम्मद के खुलासे के आधार पर उसको दबोचा गया और उसका इस मॉड्यूल को लेकर बड़ा रोल था। जाकिर का एक भाई पाकिस्तान में रहता है और अनीस इब्राहिम का दाहिना हाथ बताया जाता है जबकि जाकिर से पूछताछ के बाद इमरान को पकड़ा गया और वह भी इस धमाके की साजिश रचने में शामिल था।
ज्ञात हो कि इस मॉड्यूल की मदद दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस इब्राहिम कर रहा था। वो उन्हें विस्फोटक, रुपये और हथियारों की सप्लाई कर रहा था। पाक प्रशिक्षित आतंकियों ने देश में दहशत फैलाने की बड़ी साजिश रची थी। उनके निशाने पर कई नामचीन लोग भी थे। इसी के साथ ही कई शहरों में धमाके करने की भी योजना आतंकवादियों ने बना रखी थी।
वहीं यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में भी आतंकी दहशत फैलाने वाले थे। इनके निशाने पर महत्वपूर्ण ट्रेनों तथा रेलवे ब्रिज और रेलवे ट्रैक आदि थे। इस मॉड्यूल ने मुंबई लोकल ट्रेन की रेकी की थी और जहरीली गैस से यात्रियों को मारने का खुलासा किया गया है आतंकियों की योजना मुंबई बम धमाका तथा गोधरा कांड के तर्ज पर बड़ी घटना को अंजाम देना था।
इस बीच दिल्ली पुलिस आयुक्त की अध्यक्षता में 12 राज्यों के एटीएस प्रमुखों की एक बैठक हुई है जिसमें विभिन्न आतंकी मॉड्यूल से जुड़े आतंकवादियों से निपटने के लिए साझा रणनीति बनाने पर फैसला लिया गया और इस बीच स्पेशल सेल ने दावा किया है कि पाकिस्तान के थट्टा कैंप में प्रशिक्षण के दौरान जीशान और ओसामा को गुजरात और मुजफ्फरनगर दंगे के वीडियो दिखाए गए थे, दोनों का ब्रेनवाश करने के लिए जिहाद के नाम पर उन्हें भड़काया गया जबकि खुलासा हुआ है कि अंडरवर्ल्ड और आईएसआई ने भारत और अन्य देशों से जिहाद के नाम पर ट्रेनिंग करने वाले के लिए मस्कट में कांट्रैक्ट बेस्ड लोगों को हायर किया था।
ऐसे लोगों को हर महीने सैलरी दी जाती थी। आतंकी ट्रेनिंग के लिए आने वाले को बोट के जरिये पाकिस्तान पहुंचाना और अंडरवर्ल्ड के गुर्गे और आई एस आई के तरफ से ट्रेनिंग दी जाती थी । ट्रेनिंग के दौरान एक शिफ्ट में मौलवी आता था जो जिहाद और एक विशेष समुदाय पर हुए जुल्म के वीडियो दिखाता था। दूसरे शिफ्ट में हथियार चलाने की ट्रेनिंग से जुड़े लोग आते थे जबकि अन्य शिफ्ट में विस्फोटक बनाने और प्लांट करने के एक्सपर्ट विजिट करते थे।
इतना ही नहीं जिस फॉर्म हाउस मे जीशान और ओसामा की ट्रेनिग हो रही थी, वहा फायरिंग रेंज भी मौजूद थी। पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि मुंबई का रहने वाला जान मोहम्मद डी कंपनी के आदेश पर करीब 2 साल पहले बहरीन गया था और वहां पर उसे अली बुंदेल नामक एक अन्य गैंगस्टर को मारने की जिम्मेदारी दी गई थी क्योंकि इस गैंगस्टर की डी कंपनी से नहीं पटती थी लेकिन उस गैंगस्टर ने जान मोहम्मद को बहरीन पुलिस से पकड़वा कर मुंबई भेज दिया था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि आतंकियों से हुए खुलासे के आधार पर भारत में मौजूद इनके स्लीपर सेल को दबोचे जाने के लिए लगातार ऑपरेशन जारी है।