पाकिस्तान के आर्थिक हालात किस मुहाने पर पहुंच गए हैं इससे पूरी दुनिया वाकिफ है। किस कारण पाकिस्तान की ये हालत हुई है उसे पाकिस्तान खुद भी जानता है। पाकिस्तान विश्व बैंक से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष तक से कटोरा लेकर भीख मांग रहा है, उसे कोई भीख देने तक को कोई तैयार नहीं। फिर भी वह वैश्विक आतंकी घोषित हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार नहीं। जबकि पाकिस्तान को इस स्थित तक पहुंचाने के लिए वहां चल रहे आतंकी संगठन ही सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। आज पाकिस्तान का राजकोषीय घाटा 8 बिलियन के पार पहुंच चुका है। उसके नव निर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि उसके पास महज 10 बिलियन विदेशी मुद्रा बची हैं। जिससे सरकार चलाना भी मुश्किल है।
मुख्य बिंदु
* आतंकियों के कारण पाकिस्तान को आज कोई कर्ज देने के लिए भी तैयार नहीं है
* अमेरिका ने भी अब कर्ज के लिए आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की शर्त लगा दी है
Pakistan has a current account deficit of $18 billion and its foreign currency reserves are (just) over $10 billion. Not even enough money to even run the Govt, says Pak PM. (Yet, @ImranKhanPTI Govt refuses to take action against @UN designated global terrorists like #HafizSaeed.
— GAURAV C SAWANT (@gauravcsawant) 16 September 2018
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद स्वीकार किया है कि उसका देश कर्ज के जाल में फंस चुका है। इसी कारण देश की अर्थव्यवस्था बदहाल है और देश चलाने के लिए पैसे भी नहीं हैं। इतना ही नहीं कोई अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संस्था उसे कर्ज देने को भी राजी नहीं है। अभी तक बेशुमार कर्ज देता आ रहा अमेरिका ने भी अब कर्ज देने के लिए आतंकी और उनके संगठनों पर ठोस कार्रवाई करने की शर्त लगा दी है। फिर भी पाकिस्तान समझने को तैयार नहीं। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित वैश्विक आतंकी हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। वैसे भी इमरान खान को पहले से ही वहां की सेना का पीट्ठू माना जाता है।
ये तो जगजाहिर है कि पाकिस्तानी सेना की शह पर ही वहां आतंकवादी और आतंकी संगठन फलते फूलते रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान की इस हालत के लिए सेना ही जिम्मेदार है। इसलिए इमरान खान को समझ लेना चाहिए कि जब तक वहां के आतंकियों और उसके संगठन को खत्म नहीं किया जाता, पाकिस्तान के हालात और भी बद्तर होते रहेंगे।
पाकिस्तान की इकोनॉमी से सम्बंधित खबरों के लिए पढ़ें:
पाकिस्तानी रुपयों की सेल! भारत की अठन्नी में मिल रहा है पाकिस्तानी रुपया!
URL: Pakistan’s fiscal deficit has crossed the 8 billion mark.
Keywords: pakistan, Pakistan’s fiscal deficit, imran khan, pakistani terrorism, hafiz saeed, pakistani economy, pakistani army, पाकिस्तान, इमरान खान, पाकिस्तानी आतंकवाद, हाफिज सईद, पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था, पाकिस्तानी सेना,