Archana Kumari. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मार्च महीने में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक लेटर लिखा था । इसमें उन्होंने तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे ।
अब परमबीर सिंह ने सीबीआई को पत्र लिखकर नई सनसनी मचा दी है । इसमें परमवीर सिंह ने लिखा कि संजय पांडे ने उनसे कहा कि यदि वह देशमुख के खिलाफ अपनी शिकायत वापस ले लेते हैं , तो उनके खिलाफ चल रही जांच को रोका जा सकता है ।
सिंह ने कहा कि उन्होंने पांडे को जब फोन किया , तो उन्हें आश्चर्य हुआ कि डीजीपी ने उनकी शिकायत पर सीबीआई द्वारा चल रही जांच के विषय पर बातचीत करना शुरू कर दिया।
नए पत्र में परमबीर सिंह ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में अधिकारियों द्वारा अनिल देशमुख के खिलाफ शुरू की गई जांच को विफल करने का दुर्भावनापूर्ण प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने पत्र में महाराष्ट्र के मौजूदा डीजीपी संजय पांडे पर सवाल उठाए हैं। सीबीआई को भेजे पत्र में परमवीर सिंह ने आरोप लगाया कि डीजीपी पांडे ने उनसे कहा है कि अगर वो प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ अपनी शिकायत वापस ले लेते हैं तो उनके खिलाफ चल रही जांच को ‘रोका’ जा सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि गवाहों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है । मालूम हो कि परमबीर सिंह का ये पत्र उनके पहले पत्र के करीब डेढ़ महीने बाद सामने आया है जबकि अपना पहला पत्र उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखा था।
इसमें उन्होंने अनिल देशमुख पर मुंबई पुलिस के अधिकारियों को जबरन वसूली के जरिए हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा करने के टारगेट देने का आरोप लगाया था।
उन्होंने अनिल देशमुख के गृहमंत्री रहते दादर और नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर की मौत के संबंध में पुलिस जांच में दखल देने का भी आरोप लगाया था हालांकि अनिल देशमुख ने इन आरोपों को निराधार बताया था।
उन्होंने दावा किया कि परमबीर सिंह ने कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के बाहर सुरक्षा चूक से जुड़ी कार्रवाई से बचने की कोशिश में ऐसा किया।
मालूम हो 25 फरवरी को मुंकेश अंबानी के मुंबई स्थित निवास स्थान एंटीलिया के पास विस्फोटक पदार्थ मिला था और इस घटना के बाद देश में राजनीति गरमा गई थी।
इस मामले को लेकर सचिन बाजे समेत पांच लोगों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। सुनील माने, रियाजुद्दीन काजी, विनायक शिंदे तथा नरेश गौड़ अभियुक्त शामिल हैं।
इधर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस संबंध में संज्ञान लिया और मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए। इसके कुछ बाद अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।