अर्चना कुमारी। महिला डीसीपी की कार को टक्कर मारने को लेकर पेटीएम संस्थापक विजय शेखर शर्मा गिरफ्तार भी हुए और उन्हें जमानत पर रिहा भी कर दिया गया । ईश्वर का शुक्र था कि हादसे के समय महिला डीसीपी दक्षिणी जिला बेनिता मैरी जेकर अपनी कार में मौजूद नही थीं। घटना के बाद आरोपी विजय शेखर शर्मा अपनी जगुआर लैंड रोवर कार लेकर मौके से रफूचक्कर हो गए लेकिन उनको बाद में गिरफ्तार किया गया तथा थाने से जमानत दे दी गई।
हादसे के समय डीसीपी के कार का सिपाही चालक दीपक कुमार उनके ऑपरेटर सिपाही प्रदीप के साथ कार में पेट्रोल डलवाने के लिए पीटीएस मालवीय नगर जा रहे थे। बाद में मालवीय नगर थाना पुलिस ने खतरनाक और लारवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर विजय शेखर शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन अपराध जमानती था, इसलिए गिरफ्तार करने के बाद विजय शेखर को तुरंत थाने से जमानत दे दी गई। मालवीय नगर थाना पुलिस ने महिला डीसीपी और आरोपी की कार को टेक्निकल जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हादसा 22 फरवरी को हुआ लेकिन मामला अभी उजागर हुआ है। मालवीय नगर इलाके में दक्षिणी दिल्ली की महिला डीसीपी बेनिता मैरी जेकर का चालक सिपाही दीपक कुमार सुबह 7.00 बजे से शाम 7.00 बजे की अपनी ड्यूटी पर तैनात था। बताया जाता है कि उस समय उनकी कार में पेट्रोल कम था । कार चालक दीपक ऑपरेटर सिपाही प्रदीप के साथ पेट्रोल डलवाने के लिए पीटीएस मालवीय नगर जाने लगा। करीब 8.00 बजे यह अरबिंदो मार्ग पर मदर इंटरनेशनल स्कूल के सामने पहुंचे। वहां अभिभावक बच्चों को स्कूल छोड़ने आए थे।
बताया जाता है कि उस समय मेन रोड पर ट्रैफिक जाम था। दीपक ने प्रदीप को कार से उतारा और ट्रैफिक खुलवाने के लिए कहा। अभी प्रदीप ट्रैफिक खुलवा ही रहा था कि अचानक हरियाणा नंबर की जगुआर लैंड रोवर कार ने महिला डीसीपी की कार को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। अभी कोई कुछ समझ पाता इससे पूर्व टक्कर मारने वाला आरोपी कार चालक वहां से चला गया।
दीपक ने आरोपी की कार का नंबर नोट लिया। बाद में इसकी सूचना डीसीपी को दी गई और स्थानीय पुलिस को भी मामले से अवगत कराया । दिल्ली पुलिस का कहना है कि दीपक का बयान लेकर मामला दर्ज कर लिया गया। कार के नंबर के आधार पर उसकी जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि कार गुरुग्राम की एक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। लेकिन इस कार को पीटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा खुद चलाते हैं। छानबीन के दौरान पता चला कि वह ग्रेटर कैलाश में रहते हैं। पुलिस की एक टीम को उनके घर भेजा गया। बाद में उनको गिरफ्तार कर कार को बरामद कर लिया गया।