पीएम मोदी ने टाइम्स नाउ को दिए साक्षात्कार और चुनावी रैलियों के जरिए साध्वी प्रज्ञा पर हमला कर रहे विरोधियों पर करारा प्रहार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ जरूरी सवाल उठाए..
१) बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है कह कर सिखों का नरसंहार कराने वाले को जब प्रधानमंत्री बनाया गया तो किसी ने सवाल नहीं पूछा?
२) सिख कत्लेआम में शामिल व्यक्ति को जब एक प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया तो सब चुप रहे?
३) क्या बाटला हाउस में मारे गये मोहनचंद्र शर्मा शहीद नहीं थे? उनके अपमान पर तो कोई कुछ नहीं बोला?
गौरतलब है कि मुंबई ATS के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे के लिए साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि मैंने उसे श्राप दिया था कि उसका सर्वनाश हो जाएगा। उसके बाद ही कांग्रेस पार्टी व उनके समर्थक पेटीकोट पत्रकार साध्वी पर हमलावर थे।
क्या दिग्विजय सिंह को हरा कर हिंदू आतंकवाद के अपमान का बदला ले पायेगी साध्वी प्रज्ञा सिंह?
यह अमेठी चुनाव से भागने का राहुल द्वारा किया गया षड्यंत्र है…
Aaj ke Loksatta news paper me jo Hemant Karkare ke uper jo news aayi hai uske uper EC ke pass objection lena chahiye.
Kal 29 April ko Mumbai me matdan hai uske ek din pahle hi kyo yeh news dalni chahiye in express news walo ko ?
Shayad yeh paid news ho sakti hai.
Sahanubhuti milane ke liye Congress aur partiyone yeh khel khela rahega.
Taki Vote ghum jaye.