प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधुनिकता की आंधी में बिखरी वैदिक संस्कृति और साहित्य को एक बार फिर नया जीवनदान दिया गया है। अपने जन्मदिन पर बनारस गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले वैदिक शोध केंद्र की स्थापित करने की घोषणा की, बल्कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में इस केंद्र का शिलान्यास भी किया। इस शोध केंद्र के स्थापित होने से जहां वैदिक साहित्य समृद्ध होगी वहीं इसके रचयिता ऋषी मुनियों के बारे में जानने को लेकर आधिकारिक और प्रामाणिक शोध हो सकेगा।
मुख्य बिंदु
* बीएचयू में बनने वाले वैदिक शोध केंद्र में प्राचीन वैदिक सामग्री के अलावा इससे जुड़ी अन्य विधाओं पर शोध होगा
* इस शोध केंद्र में वैदिक पांडुलिपियों को एकत्रित कर उसे प्रकाशित करने का काम भी किया जाएगा
इस वैदिक शोध केंद्र की स्थापना विस्मृत हो चुके प्राचीन वैदिक ग्रंथों की खोज करने के अलावा बहुआयामी विधाओं पर शोध करने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही इसका लक्ष्य वैदिक विज्ञान तथा उनके साधकों की वैज्ञानिक दृष्टि तथा दृष्टिकोण का अध्ययन करने के साथ उसे लोकप्रिय बनाना है। इसके अलावा इस केंद्र का काम प्राचीन वैदिक पांडुलिपियों को एकत्रित करना तथा उसका प्रकाशन करना होगा। इस मौके पर वेद विभाग के प्रमुख उपेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि प्राचीन काल में भारतीय ज्ञान और ज्ञान परंपरा ने कई विधाएं विकसित की, जो अनुष्ठान, आगम, नाटक, संगीत, वास्तुकला, ज्योतिष, खगोल विज्ञान, ब्रह्मांड विज्ञान, दवा, सर्जरी, सैन्य रणनीति, योग, गणित, धातु विज्ञान, आदि जैसे अलग-अलग विषयों पर अकूत साहित्य के रूप में देखी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह वैदिक शोध केंद्र इन सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के साथ वैदिक साहित्य को और अधिक समृद्ध करने में अपना योगदान देगा।
उन्होंने कहा कि इस शोध केंद्र में न्यूरो-मनोवैज्ञानिक अध्ययनों के माध्यम से मानव मन पर वैदिक मंत्र, अनुष्ठान, योग और ध्यान के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए एक अत्याधुनिक शोध प्रयोगशाला भी बनाएगा।
“प्रवाकांकर, भरतमुनी, आर्यभट्ट, भास्कर, वराहमहिहिर, सुश्रुत और चरक जैसे प्राचीन संतों ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए अमूल्य योगदान दिया। लेकिन पिछले सात-आठ शताब्दियों में वैदिक विज्ञान को जानबूझ कर विस्मृत कर दिया गया है। आधुनिक विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के साथ वैदिक साहित्य को जोड़कर इस अंतराल की भरपाई करना ही इस वैदिक शोध केंद्र का लक्ष्य होगा।
URL: PM Modi to lay foundation of country’s first Vedic research center at BHU
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