अर्चना कुमारी । पिछले शनिवार को जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद आज पहला जुमा है ,लिहाजा जुमे की नमाज को लेकर पुलिस अलर्ट पर है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है और जहांगीरपुरी में CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है।
इलाके में किसी भी तरह की गतिविधि पर ध्यान देने के लिए मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं ।दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा के बाद अवैध अतिक्रमण हटाने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई और शीर्ष अदालत ने जहांगीरपुरी में अगले दो हफ्ते तक अतिक्रमण हटाने के अभियान पर रोक लगा दी । इसके बावजूद वहां पर पुलिस बलों की मौजूदगी अभी बनी रहेगी।
पुलिस कुशल चौक से लेकर मस्जिद तक के दो सौ मीटर रास्ते को बैरिकेड लगाकर उसे पूरी तरह से सील कर रखा है। किसी को भी बिना अनुमति के इस इलाके में जाने नहीं दी जा रही थी। इस बीच जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अपराध शाखा की एक टीम सोशल मीडिया खंगालने में जुटी हुई है। सोशल मीडिया के साथ ही वह सभी न्यूज चैनल से भी घटना वाले दिन की फुटेज इक्ट्ठा कर रही है।
इसके जरिये एक तरफ जहां दंगे के फरार आरोपियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ घटना के गवाहों को भी चिन्हित किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि इस दंगे में कई बड़े गैंगस्टरों के गुर्गे भी शामिल थे। जिनपर दिल्ली और दूसरे शहरों में कई केस दर्ज हैं। इनमें कई बदमाश तिहाड़ जेल में सजा काट भी चुके हैं। जो दंगे के तुरंत बाद मौके पर से फरार हो गए हैं।
आशंका है कुछ आरोपी बंगाल में छिपे हो सकते हैं। इनके बारे में दंगे की जगह की फुटेज और उसके आसपास की फुटेज में भी ये दिखाई दिये हैं। उनकी फोन लोकेशन भी दंगे वाले दिन वहीं पर थी। इनको पकड़ने के लिये दिल्ली पुलिस की विशेष टीमों को जिम्मेदारी दी गई है।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि घटना के मास्टरमाइंड अंसार ने पुलिस रिमांड में कुछ खुलासे की है जिसके बारे में छानबीन की जा रही है जबकि यह खुलासा हुआ है कि गुलाम रसूल उर्फ गुल्ली ने सोनू चिकना को महज ₹10000 में पिस्टल बेचा था।