विपुल रेगे। प्रभास की फिल्म राधे-श्याम आगामी 11 मार्च को प्रदर्शित होने जा रही है। 2 मार्च को फिल्म का नया प्रोमो रिलीज किया गया। प्रभास के प्रशंसकों को तो ये प्रोमो बहुत पसंद आया है लेकिन हिन्दी पट्टी के समीक्षक प्रोमो के आधार पर अनुमान लगा रहे हैं कि फिल्म कुछ ख़ास नहीं निकलेगी। प्रभास की फैन फॉलोइंग को समीक्षकों की राय से कुछ ख़ास मतलब नहीं होता। वे तो अपने प्रिय प्रभास की एक झलक देखने के लिए लालयित रहते हैं।
राधे-श्याम की कथावस्तु के बारे में पहले से जानकारियां पब्लिक डोमेन में आना शुरु हो गई थी। ये पता चला था कि फिल्म में प्रभास का कैरेक्टर एक हस्तरेखा विशेषज्ञ है। वह हाथों की रेखाओं को कुशलता से पढ़ सकता है। फिल्म के नए प्रोमो में प्रभास के किरदार का खुलासा कर दिया गया है। प्रोमो से ये भी पता चल रहा है कि इस प्रेम कथा के साथ कोई रहस्य भी जुड़ा हुआ है।
राधे-श्याम की पंच लाइन है ‘ ये प्रेम और भाग्य के बीच का सबसे बड़ा युद्ध है।’ इस पंच लाइन से ये अनुमान हो जाता है कि इस प्रेम कथा में भाग्य का खेल दिखाया जाएगा। फिल्म की कहानी को सत्तर के दशक में सेट किया गया है और पृष्ठभूमि इटली की दिखाई गई है। प्रभास एक पॉम रीडर की भूमिका में है तो पूजा हेगड़े एक डॉक्टर के कैरेक्टर में दिखाई देंगी।
फिल्म में अभिनेत्री भाग्यश्री और सचिन खेड़ेकर भी अभिनय कर रहे हैं। निर्देशक राधा कृष्ण कुमार ने फिल्म में इंदिरा गाँधी का कैरेक्टर भी डाला है। ये देखना रोचक होगा कि इस किरदार का प्रयोग फिल्म में कैसे और कहाँ किया गया है। अल्लू अर्जुन की पुष्पा की तरह ही फिल्म के निर्माता इस बार हिन्दी पट्टी के लिए विशेष तैयारी कर रहे हैं। फिल्म के तमिल और हिन्दी संगीत के लिए अलग-अलग संगीत निर्देशक चुने गए हैं।
प्रभास के किरदार का नाम फिल्म में विक्रमादित्य रखा गया है। निर्देशक ने इस किरदार की प्रेरणा विश्व प्रसिद्ध पॉम रीडर कैरो के जीवन से ली है। कैरो का असली नाम विलियम जॉन वार्नर था। विलियम अठारहवीं सदी के अंत में भारत आए थे और यहाँ एक चितपावन ब्राम्हण ने ये विद्या सीखने में उनकी बहुत सहायता की थी। माना जाता है कि कैरो के पास अतीन्द्रिय शक्तियां थी।
राधे श्याम में फिल्म निर्देशक ने प्रभास के किरदार में ये सारी विशेषताएं दिखाई है। प्रोमो में फिल्म के कुछ संवाद भी सुनाए गए हैं। इसके संवाद बड़े रोचक ढंग से लिखे गए हैं। जैसे एक दृश्य में विक्रमादित्य कह रहा है ‘हमें लगता है कि हम सोच रहे हैं लेकिन हमारी सोच भी पहले से लिखी है।’ हिन्दी पट्टी के फिल्म समीक्षकों को ये प्रोमो भले ही पसंद न आया हो किन्तु प्रभास के प्रशंसकों ने इसका मन खोलकर स्वागत किया है।
मेरे विचार में तो नए प्रोमो के बाद फिल्म की ओपनिंग और धमाकेदार होने वाली है, ये तय हो गया। कथा का नयापन, प्रभास की उपस्तिथि और मधुर संगीत राधे-श्याम को एक फ़्लाइंग स्टार्ट देंगे, इसमें तो कोई संदेह ही नहीं है।