अर्चना कुमारी। वासु रूखड भाजपा युवा मोर्चा के दिल्ली अध्यक्ष आखिरकार भारतीय जनता पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से मुक्त किए जाने के बाद निष्कासित कर दिए गए । बताया जाता है कि नेताजी पर यह कार्रवाई उनकी पत्नी के तीसरी लगातार बेटी होने के बाद किए गए किडनैपिंग के ड्रामे को लेकर किया गया ।
सूत्र बताते हैं कि जिस पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” नारे देकर देश की बेटियों को सशक्त करने की दावा करने का दावा करते हो, उस पार्टी के नेता की पत्नी द्वारा किया गया किडनैपिंग ड्रामा से भाजपा की छीछालेदर हो रही थी। इसके बाद दिल्ली भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने नेता जी को ही पार्टी से चलता कर दिए जाने का फरमान सुना दिया और उन्हें लिखित पत्र भेज दिया।
बताया जाता है कि मीडिया में इस तरह की खबर आने के बाद भाजपा की बदनामी हो रही थी और शुक्रवार को हुए मीटिंग के बाद दिल्ली भाजयुमो अध्यक्ष को पार्टी से निष्कासित किए जाने का निर्णय लिया गया और देर शाम होते ही उन्हें पत्र भेजकर इसकी सूचना दे दी गई। गौरतलब है कि मध्य दिल्ली के देशबंधु गुप्ता रोड थाने में बुधवार शाम उस समय हड़कंच मच गया जब दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष की पत्नी मनजीत ने अपनी बच्ची के बाइक सवारों द्वारा अगवा होने की खबर दी।
इस तरह की सूचना के बाद पुलिस अलर्ट मोड में आ गई और जगह-जगह छापेमारी शुरू कर दी लेकिन इस बीच बच्ची मॉरिस नगर में सकुशल बरामद हो गई। जांच कार्रवाई में पता चला कि जहां से बच्ची के अगवा होने की सूचना दी गई थी ,वहां की सीसीटीवी फुटेज में ऐसा कुछ नहीं दिखा, जिसके बाद उनकी पत्नी से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि उसने किडनैपिंग का नाटक किया था बाद में उसने कबूल लिया कि उसने खुद ही बच्ची को मंदिर के बाहर रखकर उसके अगवा होने की झूठी कॉल कर दी।
महिला ने बताया कि वह परिवार के साथ मल्का गंज इलाके में रहती है। उसने खुद ही बच्चे को मौरिस नगर छोड़कर यहां आकर झूठी कॉल की। मनजीत की पत्नी को लगातार तीसरी बार बेटी पैदा हुई थी। इस बात वह काफी हताश थी। मामले पर राष्ट्रीय पार्टी के नेता ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया । पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मामले पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं थे लेकिन दिल्ली भाजपा को इस बारे में निर्णय आनन-फानन में लेना पड़ गया ।