एक्जिट पोल आने के बाद बिहार से गठबंधन के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने धमकी दी है कि यदि वह हार गये तो सड़कों पर खून बहेगा। उनके इस कथन को राजद प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने यह कह कर समर्थन दिया कि कुशवाहा के शब्द पर नहीं, बल्कि उनके भाव पर जाइए। कुछ देर बाद राजद के ही प्रवक्ता मनोज झा ने ट्वीट कर साफ कह दिया कि यदि उनकी पार्टी हारी तो सड़क पर बवाल मचेगा। हद तो तब हो गयी जब आम आदमी के नेता सौरभ भारद्वाज ने गृहयुद्ध की धमकी दे डाली और बिहार के बक्सर से निर्दलीय विधायक रामचंद्र यादव ने बंदूक के साथ प्रेस वार्ता करते हुए हारने पर खून-खराबे की बात की।
सबसे आश्चर्य यह हुआ कि एनडीटीवी के संवाददाता मनीष कुमार ने कुशवाह के बयान का यह कह कर बचाव किया कि कुशवाह ने कुछ नया नहीं कहा है। यह नारा तो कर्पूरी ठाकुर दे चुके हैं। इसी तरह आजतक चैनल पर बैठे उर्मिलेश यादव ने तो हद ही कर दी और एंकर अंजना कश्यप से उलझते हुए रामचंद्र यादव का बचाव करने लगे। उर्मिलेश वैसे तो अपने नाम में उर्मिल लगाते हैं, लेकिन वास्तव मंे वह यादव जाति से आते हैं, यही वजह है कि उनके अंदर का ‘यादववाद’ बंदूकधारी के पक्ष मंे कुलांचे मारने लगा। उर्मिलेश कितने बड़े जातिवादी हैं, वह इंडिया स्पीक्स के इस लेख और निम्न वीडियो से समझ सकते हैं।