आज से जब 21 साल पहले ग्राहम स्टेंस और उनके बच्चों को धर्मांतरण के शक में कथित तौर पर ज़िंदा जला डाला गया तब देश में इस कदर बवाल मचा कि सनातन धर्म के चाहने वाले लोगों पर अंगुली उठाई जाने लगी। लेकिन राजस्थान के कांग्रेस शासित राज्य में एक हिंदू पुजारी को दबंगों ने पेट्रोल डालकर फूंक दिया लेकिन किसी कांग्रेसी की आह तक नहीं निकली ।
हाथरस कांड को लेकर दलित कार्ड खेलने वाले और सिर पर आसमान उठाने वाले राहुल गांधी खुद को तो कौल ब्राह्मण जनेऊधारी कहते हैं लेकिन एक ब्राह्मण पुजारी की मौत के बाद भी शोक संतृप्त परिवार के लिए घटनास्थल पर जाना तो दूर उनके मुंह से दो शब्द नहीं निकला है । हालांकि राजस्थान की सियासत पूरी तरह से गरमा गई है और अब पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा मृतक के परिवार के साथ शव को लेकर धरने पर बैठ गए हैं । उनका कहना है अगर पीड़ित को न्याय नहीं मिला, तो सीएम हाउस पर शव को रखकर धरना दिया जाएगा
भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक दाह संस्कार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ ही आश्रित परिवार के लड़के को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा । दरअसल यह मामला 7 अक्टूबर बुधवार का है, जब दबंगों ने पुजारी को जिंदा जलाया था। बुरी तरह झुलसे हालत में पुजारी दो दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ता रहा और आखिरकार शुक्रवार को उनकी हिम्मत जवाब दे गई और उन्होंने दम तोड़ दिया।
पुलिस को जांच में पता चला है कि करौली जिले के सपोटरा के बुकना गांव में स्थित राधा गोपाल मंदिर है और इसी मंदिर में पुजारी बाबूलाल वैष्णव पूजा-पाठ किया करते थे। जिस जमीन पर मंदिर बना हुआ था उसी के एक हिस्से में पुजारी घर बनवाना चाहते थे। पिछले कुछ दिनों से पुजारी जमीन समतल करवा रहे थे और जल्द ही मकान का काम शुरू करने वाले थे लेकिन ये बात गांव के कुछ दबंगों को नागवार गुजरी और उन लोगों ने कुछ दिन पूर्व पुजारी को धमकाने भी गए थे।
इस बात को पुजारी बाबूलाल वैष्णव पंचायत में ले गए और पंचायत ने पुजारी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए दबंगों को चेतावनी दी कि पुजारी को परेशान ना करें। इस तरह पंचायत में हुई फजीहत के बाद दबंगों ने पुजारी से बदला लेने का मन बना लिया। जिसके बाद 7 अक्टूबर को दबंगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जिंदा जला दिया। बुरी तरह झुलसे पुजारी बीते दो दिनों से सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती थे
जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। इस घटना के बाद पुजारी की मौत से गुस्साए परिजन अस्पताल के बाहर ही धरने पर बैठ गए और यह खबर राजस्थान में जंगल की आग की तरह फैल गई, जिसके बाद हिंदू संगठन भी इस दौरान वहां पहुंच गए लेकिन बाद में प्रदेश सरकार द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया लेकिन ना तो अब तक सारे दबंग पकड़े गए और ना ही मृतक को इंसाफ मिल पाया है । पीड़ित परिवार की मांग है कि उन लोगों की पूरी सुरक्षा की जाए जबकि पूरे प्रकरण में एसएचओ सपोटरा की भूमिका भी संदिग्ध है, जिनको भी सस्पेंड किया जाए ।
मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी कहा कि करौली में बाबूलाल वैष्णव की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है और सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। पुलिस सूत्रोंं का कहना है कि पुजारी को बाइक से पेट्रोल निकाल कर जिंदा जलाने के पुजारी के बेटे ने दौड़कर बचाया, लेकिन तब तक पुजारी पूरी तरह से झुलस चुका था पुजारी बाबू वैष्णव के बेटे देशराज वैष्णव ने बताया कि जमीन पर गांव के दबंग कैलाश मीणा और उसका परिवार जबरन कब्जा करना चाहता था।
पुजारी की पत्नी विमला देवी ने बताया कि गांव के दबंगों ने उसके पति की जिंदा जलाकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि दबंगों ने धमकी दी है कि आज तो एक को जलाया है, अभी तो सभी को जलाना है ।मृतक पुजारी की पत्नी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है और आरोपी खुले में घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सुरक्षित नहीं हैं.
उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की है। मामले को लेकर भाजपा भी प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रही है और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अब स्पष्ट हो चुका है कि प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. साथ ही उन्होंने सपोटरा में हुई इस घटना की निंदा की और लिखा कि इस पूरे मामले की जितनी निंदा की जाए, वह कम है। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने करौली में पुजारी की हत्या मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत से बात की है और घटना को चिंता जताई है। इतना सब होने के बावजूद भी कोई भी कांग्रेसी नेता मौके पर नहींं गया और पुजारी के परिवार को इंसाफ की दरकार है।
This episode shows the ANTI HINDU attitude of congi party and its leaders ,PAPPU–PINKY .The fact that none of them have uttered a word on the incident nor have chosen to visit or the CM gehlot has not had the time to visit the family shows the REAL ATTITUDE OF CONGI .People should understand this and destroy the CONGI party which is not only ANTI HINDU ,BUT ALSO ANTI INDIA ,PRO CHINESE AND PAK .In Short ,it is time that the party is kicked out .Else HINDUS will have to ONLY SUFFER .