राजनीति का क्या आधार ?
लोभ, लालच ,बेईमानी ,भ्रष्टाचार ।
सेक्युलरिज्म का क्या आधार ?
राष्ट्रद्रोह ,कायरता व अत्याचार ।
कम्युनिज्म का क्या आधार ?
चरित्रहीनता ,कॉलगर्ल व अनाचार ।
तुष्टीकरण का क्या आधार ?
नपुंसकता, कायरता व व्यभिचार ।
अल्पसंख्यकवाद का क्या आधार ?
वामी, कामी ,जिम्मी का है ये आभार ।
झूठे इतिहास का क्या आधार ?
गजवा-ए-हिंद का ये आधार ।
हिंदू-हित का साफ रहेगा कब तक पत्ता ?
कायर ,कुटिल ,कपूत की ,जब तक है सत्ता ।
हिंदू कब तक बनेंगे सेक्युलर, वामी, कामी,जिम्मी ?
जब तक झूठा इतिहास पढ़ाये सरकार निकम्मी ।
कब तक रहेगी ऐसी सरकार निकम्मी ?
जब तक हम मानेंगे भ्रष्टाचार की अम्मी ।
अब बतलाओ कौन है भ्रष्टाचार की अम्मी ?
धर्म से दूरी,लोभ,लालच,बेईमानी अम्मी ।
इससे कैसे बच सकते हैं देश के हिंदू ?
धर्म-सनातन अपनायेगा जब हर हिंदू ।
धर्म-सनातन आ जायेगा तब क्या होगा ?
धर्म-सनातन की ताकत से हिंदू-राष्ट्र बनेगा ।
हिंदू-राष्ट्र बनेगा भारत तो क्या होगा ?
हिंदू-राष्ट्र बनेगा भारत तो ही हिन्दू-धर्म बचेगा ।
” वंदे मातरम – जय हिंद”
रचयिता : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”