अपनी सुविधा के अनुसार पत्रकारों को अपनी ही ड्योढ़ी पर बुलाकर खाना खजाना जैसा इंटरव्यू देने के आदी रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साक्षात्कार लेने वाली महिला पत्रकार स्मिता प्रकाश पर हमला किया है। राहुल ने वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश पर खुद प्रश्न पूछकर उसका उत्तर देने का आरोप लगाया है। लेकिन एडिटर गिल्ड ऑफ इंडिया का अध्यक्ष शेखर गुप्ता खामोश बैठा है। बैठेगा भी क्यों नहीं यही तो वह शेखर गुप्ता है जिसने अपने इंटरव्यू में सोनिया गांधी को पास्ता बनाना आता है कि नहीं जैसा सवाल पूछा था। कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकारों की तो बात ही निराली है। ये तो कांग्रेस के सामने बिछे नजर आते हैं। तभी तो कांग्रेस और राहुल गांधी को कवर करने वाले एक भी पत्रकार राहूल गांधी से उनके झूठ पर सवाल पूछने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। लेकिन सभी पत्रकार ऐसे नहीं होते। राहुल गांधी को यह बात समझ आ जानी चाहिए ।
वरिष्ठ महिला पत्रकार के खिलाफ राहुल गांधी के इस अमर्यादित हमले के बाद भी कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकारों के साथ एडिटर्स गिल्ड की चुप्पी को आड़े हाथ लेते हुए इंडिया स्पीक्स डेली के संस्थापक संपादक संदीप देव ने इनकी रीढ़ विहीन प्रवृत्ति पर प्रहार किया है। उन्होंने इस संदर्भ में त्वरित टिप्पणी करते हुए कहा है कि कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकार तो अब पीडी पत्रकार बन गए हैं। उनकी यह त्वरित टिप्पणी आप खुद सुनिए।
Dear Mr Rahul Gandhi, cheap shot at your press conference to attack me. I was asking questions not answering. You want to attack Mr Modi, go ahead but downright absurd to ridicule me. Not expected of a president of the oldest political party in the country.
— Smita Prakash (@smitaprakash) January 2, 2019
राहुल गांधी ने जिस वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश के साक्षात्कार पर सवाल उठाया है उन्होंने करारा जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि राहुल गांधी.. आपने मुझ पर हमला करने के लिए अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान घटिया शब्द का उपयोग किया है। उन्होंने राहुल को जवाब देते हुए लिखा है कि मैं मोदी से प्रश्न कर रही थी न कि उसका उत्तर दे रही थी। अगर आप मोदी पर हमला करना चाहते हैं.. तो शौक से करिए, लेकिन हमारा उपहास उड़ाने की नीचता मत करिए। वैसे देश के सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष से ऐसी अपेक्षा नहीं थी।
#DNA: Congress President #RahulGandhi drew sharp criticism from the National Union of Journalists and the BJP after he termed PM Modi’s television interview as “staged” and said that it was conducted by a “pliable journalist”.@sudhirchaudhary pic.twitter.com/CvUcnBlz7w
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) January 3, 2019
जब राहुल स्मिता प्रकाश को ‘प्लायबल’ कर रहे थे तो कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकार हंस रहे थे, इस वीडियो में साफ सुना जा सकता है। यह है रीढ़विहीन कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकारों का ‘पीडी’ की तरह दुम हिलाता चेहरा! जिस प्रकार राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साक्षात्कार लेने वाली महिला पत्रकार स्मिता प्रकाश पर हमला करते हुए अपनी मर्यादा लांघी है उसकी नेशनल जर्नलिस्ट ऑफ युनियन ने कड़ी भर्त्सना की है। इसके साथ ही राहुल गांधी की भाजपा ने कड़ी आलोचना की है। गौर हो कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी के साक्षात्कार को एक ‘नाटक’ तथा साक्षात्कार करने वाली महिला पत्रकार स्मिता प्रकाश को ‘आसानी से वश में आने वाली’ बताया है। राहुल गांधी से इससे अधिक की उम्मीद की भी नहीं जा सकती है।
Why are the pseudo liberals silent? Waiting for the Editors guild’s response.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) January 3, 2019
देखने वाली बात है कि देश में उठ रहे हर एक मुद्दे को एक काबिल पत्रकार ने मोदी जी से कैसे पूछा ?? और कैसे राहुल गांधी के प्रिय पत्रकार ने उनसे उनके कुत्ते एवं समोसे के स्वाद बारे में पूछा ।
और सबसे मजेदार तो यह है की क्या सोनिया गांधी जी पास्ता बना लेती है ?? pic.twitter.com/qT6Z9HQEuz
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) January 2, 2019
एडिटर्स गिल्ड की इस चुप्पी पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि राहुल गांधी की इस हरकत पर आखिर छद्म उदारवादी क्यों खामोश हैं? क्या ये लोग एडिटर्स गिल्ड के जवाब का इंतजार कर रहे हैं? निश्चित रूप से ये लोग एडिटर्स गिल्ड के जवाब का ही इंतजार में है कि आखिर वह क्या जवाब देता है, बाद में उसी अनुरूप ये लोग अपना तर्क गढ़ेंगे।
Editors Guild of India @IndEditorsGuild must have stood by @smitaprakash @ANI when @RahulGandhi heckled media for @narendramodi interview. Since @ShekharGupta failed to do it is right time he resign. Media in India split Left and Right. Journalism lost its credibility.
— R. RAJAGOPALAN (@RAJAGOPALAN1951) January 3, 2019
स्मिता प्रकाश जैसे पत्रकार पर राहुल गांधी के हमले के बाद भी एडिटर्स गिल्ड की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए वरिष्ठ पत्रकार आर राज गोपालन ने कहा कि जब राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के साक्षात्कार को लेकर सवाल उठाया तो एडिटर्स गिल्ड को स्मिता प्रकाश के समर्थन में खड़ा होना चाहिए। लेकिन एडिटर्स गिल्ड के अध्यक्ष शेखर गुप्ता अपना दायित्व निभाने में विफल रह हैं। ऐसे में यही सही समय है कि उन्हें अपने पद से रिजाइन कर देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर शेखर गुप्ता को धक्के मार कर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया जैसी संस्था से निकाल दिया जाना चाहिए। क्योंकि इन्हीं लोगों के कारण मीडिया की विश्वसनीयता घटी है।
Total offset by Dassault in its 50:50 JV with Anil Ambani firm is Rs 850 crore. Total offsets value is Rs 30,000 crore shared by 72 vendors. And yet @RahulGandhi lies brazenly about Ambani getting Rs 30,000 crore with NO journo questioning him at presser? Journalism dumbed down https://t.co/33hbwqT0wc
— Minhaz Merchant (@MinhazMerchant) January 2, 2019
राहुल गांधी के इस बेतुके आरोप पर मिनहार मर्चेंट ने सवाल उठाते हुए अपने ट्वीट में लिखा है कि अनिल अंबानी की ऑफसेट हिस्सेदारी पर राहुल गांधी जो निराधार आरोप लगा रहे हैं वह झूठ है। क्योंकि 58 हजार करोड़ में से 30 हजार करोड़ ऑफसेट का हिस्सा है। इस 30 हजार करोड़ में डसॉल्ट के 72 पार्टनर हैं। इस हिसाब से अनिल अंबानी को टोटल ऑफसेट की 4 प्रतिशत ही हिस्सेदारी मिली है, जो करीब सबा आठ सौ करोड़ बनता है। ऐसे में राहुल गांधी किस प्रकार अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये लाभ देने का आरोप लगा रहे हैं? इतना बड़ा झूठ बोलने के बाद भी कांग्रेस कवर करने वाले एक भी पत्रकार राहुल गांधी के झूठ पर कोई सवाल नहीं उठा रहा। उठाए भी कैसे कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकार तो कांग्रेस और राहुल गांधी के आगे बिछ चुके हैं।
सभी पत्रकार कांग्रेस और राहुल को कवर करने वाले पत्रकारों जैसे नहीं हैं। राहुल गांधी द्वारा वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश पर उठाए गए सवाल पर कई पत्रकार ने राहुल गांधी से लेकर पत्रकार और पत्रकारिता तक पर सवाल उठाया है। इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी ने कहा है कि पत्रकारों को किसी नेता से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है।
भारत के मीडिया को किसी नेता के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं।दुर्भाग्य से पत्रकारों ने अपनी ये दुर्गति स्वयं की है।पुरस्कारों और पद्मश्री के लालच में पार्टियों के कार्यकर्ता बन गए।अब नेता अपमान करके सामने से निकल जाता है और दरबारी पत्रकार चुप रहते हैं। https://t.co/5hD0piy0I7
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) January 3, 2019
वहीं राहुल सिन्हा ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि नए पत्रकारों को अब सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि असली सर्टिफिकेट उन्हें अब राहुल गांधी के हाथ से मिलेगा।
देशभर में पत्रकारिता का कोर्स कर रहे लाखों छात्र-छात्राएं सावधान हो जाएं, पत्रकारिता का "असली सर्टिफिकेट" उनके संस्थान से नही बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेगा..जो पहले से पत्रकारिता कर रहे हैं वो भी अपना सर्टिफिकेट उनसे सत्यापित करवा लें,जैसा कि कुछ ने करवा रखा है
— Rahul sinha (@RahulSinhaTV) January 3, 2019
अनुराग मुस्कान ने राहुल गांधी के मीडिया पर मोदी के दबाव में काम करने के आरोप का जवाब देते हुए लिखा है कि काश सच होता और राहुल गांधी के झूठ पर कोई सवाल उठाता।
राहुल गांधी अक्सर कहते हैं की मीडिया मोदी के दबाव में काम करता है लेकिन अगर ऐसा होता तो कोई पत्रकार तो राहुल को उस वक्त टोकता जब उन्होने कहा की मोदी का इंटरव्यू लेने वाली पत्रकार सवाल पूछने के साथ-साथ जवाब भी ख़ुद ही दे रही थीं.🤔
— Anuraag Muskaan (@anuraagmuskaan) January 2, 2019
वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना ने राहुल गांधी के स्मिता प्रकाश पर हमले के बाद भी किसी पत्रकार द्वारा सवाल नहीं पूछने पर आश्चर्य व्यक्त किया है
राहुल गांधी कह रहे हैं प्रधानमंत्री के इंटरव्यू में सवाल करने वाली ही जवाब भी दे रही थी. हैरानी है कि ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ और पत्रकारिता का दम भरने वाले एक भी ‘पत्रकार’ ने उन्हें टोका नहीं.
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) January 2, 2019
URL : Rahul Attack on journalist but Editor’s Guild president Shekhar Gupta sillent!
Keyword : Rahul Gandhi, rafael deal, PM Modi, Interview, Smita Prakash, journalist, महिला पत्रकार पर हमला, राहुल ने लांगी मर्यादा,