अर्चना कुमारी। कांग्रेस के युवराज तथा सांसद राहुल गांधी के घर रविवार दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची। लेकिन उनका बयान दर्ज नहीं हो सका। बताया जाता है कि श्रीनगर में भारत जोड़ो के दौरान राहुल गांधी के यौन उत्पीड़न पीड़ितों पर दिए बयान के सिलसिले में पूछताछ के लिए पुलिस टीम उनके आवास गई थी।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा और कुछ पुलिस अधिकारी राहुल गांधी के घर पहुंचे थे लेकिन राहुल गांधी ने फिलहाल अपना कोई बयान दर्ज कराए जाने से इनकार किया। उनका कहना था कि अभी कुछ और वक्त चाहिए जिसके बाद वह किसी तरह का बयान दे पाएंगे। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि दिल्ली पुलिस के द्वारा राहुल गांधी को टारगेट किया जा रहा है। बताया जाता है कि दिल्ली पुलिस उन्हें एक और नोटिस थमाकर वापस लौट गई।
इससे पहले 16 मार्च को पुलिस ने राहुल को नोटिस भेजा था। इस बारे में स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि कई महिलाओं ने इस तरह का बयान दिया है लेकिन उन्हें कंपाइल करने में समय लगेगा। उनके अनुसार इसी कारण आज राहुल गांधी ने बयान दर्ज नहीं करवाया लेकिन पुलिस जल्द से जल्द उनका बयान दर्ज करने की कोशिश करेगी। पुलिस का दावा है 2 घंटे तक पुलिस कर्मी उनके घर मौजूद रहे। इस दौरान कुछ देर की मुलाकात पुलिस अधिकारियों से राहुल गांधी की हुई।
लेकिन राहुल गांधी ने बयान देने से पहले कुछ और वक्त मांगा, जिसके बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारी वापस हो गए। दिल्ली पुलिस का कहना है कि राहुल गांधी ने बताया है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वे बहुत सारे लोगों से मिले हैं। सारी कड़ियां जोड़ने में थोड़ा वक्त लगेगा। दिल्ली पुलिस यह जानना चाहती है कि महिलाएं कौन थी, जिनका उत्पीड़न किया गया। यदि महिलाएं दिल्ली की रहने वाली है तो उनका साथ न्याय किया जाएगा यदि वह किसी दूसरे प्रदेश की है तो इस बारे में वहां सूचित किया जाएगा ।
सनद रहे कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रेप और छेड़छाड़ पीड़ित पर बयान दिया था। राहुल ने 30 जनवरी को श्रीनगर में कहा था, ‘कई महिलाएं मुझसे मिलने आई थीं। वे रो रही थीं और इमोशनल थीं। उनमें से कुछ ने कहा कि उनके साथ रेप और छेड़छाड़ हुआ है। इस तरह का बयान राहुल गांधी के तरफ से सोशल मीडिया पर आया था ,जिसके बाद दिल्ली पुलिस उन्हें स्वत संज्ञान लेते हुए 15 मार्च को राहुल गांधी को नोटिस देने गई थी। टीम ने वहां 3 घंटे तक इंतजार किया, लेकिन राहुल नहीं मिले।
16 मार्च को दिल्ली पुलिस के सीनियर अधिकारी दोबारा उनके घर गए। डेढ़ घंटे तक इंतजार करने के बाद राहुल उनसे मिले और नोटिस रिसीव किया था। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने खुद ही इस मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने पीड़िता के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए सवालों की एक लिस्ट राहुल को भेजी थी।
पुलिस ने उनसे कहा था कि सवालों के जवाब जल्दी और डिटेल में दें ,जिससे पीड़िता को सुरक्षा दी जा सके और इस बाबत अन्य कार्रवाई की जा सके। इस तरह के नोटिस के बारे में कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि भाजपा दिल्ली पुलिस को आगे रखकर राहुल गांधी को परेशान करना चाहती है लेकिन कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है, राहुल गांधी ने चार पेज , 10 पॉइंट में दिल्ली पुलिस को अपना जवाब ईमेल के जरिए दिया है। अपने जवाब में राहुल गांधी ने पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना था कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिए भाषण को लेकर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई अभूतपूर्व है और आरोप लगाया कि अदाणी मामले को उठाने के चलते उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है।