देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहा है तो एक बार फिर राहुल गांधी देश के किसानों के मुद्दे को उठा रहे हैं। यही राहुल गांधी है जिन्होंने साल 2008 में महाराष्ट्र के विदर्भ की गरीब महिला कलावती के घर खाना खाने के बाद उन्हें कर्ज माफी का आश्वासन दिया था। कलावती के साथ फोटो खिंचवाकर राहुल गांधी ने देश भर में खूब वाहवाही भी लूटी थी। लेकिन उसके बाद क्या हुआ? किसी को पता भी है? उसके बाद राहुल गांधी ने कर्ज माफ करने की बात तो दूर उनकी सुध तक नहीं ली। कर्ज के कारण ही साल 2010-11 में उनकी बेटी और दामाद ने आत्महत्या कर ली।
मुख्य बिंदु
* राहुल गांधी ने साल 2008 में कलावती के घर खाना खाने के बाद कर्ज माफ करने का आश्वासन दिया था
* कलावती के घर खाना खाने का फोटो खिंचवाकर राहुल गांधी ने देश भर में खूब लूटी थी वाहवाही
In 2008,#Kalavati,farmer from Vidarbha was elated,after @RahulGandhi had lunch with her,personally assuring to pay off debts of her poor family
In 2010&2011 Kalavati's son-in-law &daughter,committed suicide,plagued by debt@RahulGandhi forgot Kalavati soon after that photo-op😑 https://t.co/SOs3wYEbxd
— Sanju Verma (@Sanju_Verma_) December 2, 2018
लेकिन एमके वेणुगोपाल जैसे पीडी पत्रकारों को आज भी राहुल गांधी का देश के किसानों की दयनीय हालात पर दिए भाषण हृदय को छू जाता है। राहुल गांधी जब मोदी सरकार पर देश के 15 बड़े उद्योगपतियों के 3.5 लाख करोड़ रुपये ऋण माफ करने जैसे झूठे आरोप लगाते हैं, तो देश के वामी-कांगी पत्रकार झूठ उठते हैं। सवाल उठता है कि जो राहुल गांधी देश की एक गरीब महिला किसान कलावती तक का सुध नहीं ले पाए वे कैसे देश के करोड़ों किसान का भला कर सकते हैं? कलावती को भले ही राहुल गांधी भूल गए हों, लेकिन कलावती को कर्ज माफ करने वाला राहुल गांधी के आश्वासन को देश की जनता नहीं भूल पाई है। वह नहीं भूल पाई है कि कैसे राहुल गांधी के आश्वासन देने के बाद भी कर्ज के बोझ से दबकर कलावती की बेटी और दामाद ने आत्महत्या कर ली थी।
URL : Rahul Gandhi never stand at the assurances given to “kalavati”
Keyword : Rahul Gandhi’s fake assurance, Kalavati, farmer from Vidarbha, pay off debt, राहुल गांधी का झूठा आश्वासन, कलावती, विदर्भ की गरीब किसान, कर्ज माफ,