हाथरस केस की आड़ में कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में दंगा कराने की बड़ी साजिश रची थी। इसका सनसनीखेज खुलासा रिपब्लिक भारत के स्टिंग ऑपरेशन में खुद एक कांग्रेसी दलित नेता ने किया है। इस कांग्रेसी नेता का नाम श्योराज जीवन बाल्मीकि है, जो दलित समुदाय से ताल्लुक रखता है और इसकी दलित समुदाय पर अच्छी खासी पकड़ बताई जाती है।
सूत्रों के हवाले से चैनल ने दावा किया है कि दंगा कराने के लिए 100 करोड़ की फंडिंग की गई थी और इसमें से 50 करोड़ रूपया मॉरिशस से भेजे गए थे। इस खुलासे के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच शुरू कर दी है और संभव है कि आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।
आज तक को पछाड़कर देश के नंबर 1 चैनल बन चुके रिपब्लिक भारत के स्टिंग ऑपरेशन में कांग्रेस के दलित नेता श्योराज जीवन बाल्मीकि कहते हैं कि दंगा कोई नहीं रोक पायेगा, पूरी तैयारी है, बहुत लोग काट दिए जायेंगें, बहुत मार दिए जायेंगें।
जब रिपब्लिक भारत के रिपोर्टर ने और पूछताछ की तो कांग्रेस नेता ने खुलकर कहा कि पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया जा रहा था, और जाति के नाम पर हाथरस में माहौल बिगाड़ने की तैयारी हो रही है।
कांग्रेस नेता श्योराज जीवन बाल्मीकि ने कहा की हाथरस में दंगे होंगें, गोलियां चलेंगी, दो इधर से मरेंगे, दो उधर से मारेंगें, इस मुद्दे को भुनाने के लिए राहुल गांधी भी हाथरस आयेंगें। इस खुलासे के बाद कांग्रेस पार्टी जो देश में जनाधार बिल्कुल खो चुकी है उसका पाप सामने आ गया है।
सनद रहे कि दलित नेता श्योराज जीवन बाल्मीकि कोई छोटा-मोटा कांग्रेसी नहीं है बल्कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा है, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का बेहद करीबी है, अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि श्योराज जीवन बाल्मीकि ने कांग्रेस के बड़े नेताओं के कहने पर हाथरस में दंगे की साजिश रची। अगर इस मामले की सीबीआई जांच हुई तो सब खुलासा हो सकता है।
ऐसा नहीं है कि कांग्रेस के नेता ने पहली बार कुछ इस तरह का सनसनीखेज दंगा कराने की रणनीति तैयार की है । इससे पहले भी खुर्जा के कांग्रेस नेता निजाम मलिक का भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें इस नेता ने कहा कि जो भी हाथरस कांड के आरोपियों का सिर कलम करके लाएगा उसको एक करोड़ रुपये हमारा समाज देगा। विवादास्पद वीडियो में यूपी काग्रेंस मॉनिटरिंग सेल के उपाध्यक्ष निजाम मलिक यह कहते नजर आए कि जो भी हाथरस की बेटी के साथ हुई दरिंदगी के आरोपियों का सर कलम करके लाएगा, उसको एक करोड़ रुपये हमारा समाज देगा। वीडियो वायरल होने के बाद खुर्जा पुलिस हरकत में आई और निजाम मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
हाथरस में पीड़िता की मौत कैसे हुई, इस बारे में जांच के लिए गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में है क्योंकि राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है लेकिन इस पर अभी आधिकारिक अनुमति नहीं मिलने से मामला लटका पड़ा है।
श्योराज जीवन बाल्मीकि और निजाम मलिक जैसे नेता हाथरस कांड के बहाने पहले तो उत्तर प्रदेश फिर पूरे देश में आग लगाना चाहते हैं,ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी सत्ता गंवाने के बाद दंगेे की रणनीति अख्तियार कर के किसी तरह सत्ता हासिल करना चाहती है लेकिन उनके मंसूबे अब तक सफल नहीं हो पाए हैं।
ज्ञात हो कि हाथरस केस पर कांग्रेस राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है और कांग्रेस न केवल पुलिस जांच में बाधा उत्पन्न कर रही है, बल्कि उस पर पीड़ित पक्ष को उकसाने के आरोप भी लग रहे हैं । अभी कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए दो ऑडियो क्लिप ने कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा सबके सामने लाकर रख दिया था।
इस ऑडियो क्लिप में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का जिक्र है। क्लिप में 25 लाख की जगह 50 लाख रुपये मुआवजे की बात कही जा रही है और इन ऑडियो टेप में कोई पीड़िता के परिजन से कह रहा है कि राहुल और प्रियंका गांधी के आने के बाद ही बयान देना है। दोनों नेता दिल्ली से आ रहे हैं। ये भी कहा जा रहा है कि 25 लाख रुपये में फैसला मत कर लेना, 50 लाख रुपये हम देंगे।
दंगा कराने की खतरनाक साजिश के पर्दाफाश होने के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या हाथरस कांड की आड़ में हंगामा सोच समझ कर किया गया और इस राजनीतिक बवाल की पटकथा कांग्रेस ने ही लिखी है? पटकथा को बेकार करने के लिए ही योगी सरकार पीड़िता का शवदाह रात में कराया नहीं तो कांग्रेस और कांग्रेस की पाली पोसी मीडिया की योजना पूरे प्रदेश में दंगा कराने की थी। आपको याद होगा कि इसी तरह साल 2002 जब वाजपेई व मोदी को सत्ता से हटाने के लिए कांग्रेस ने गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस जलवाया था। उसी दौरान सोनिया गांधी को लांच किया गया।