अर्चना कुमारी। 1956 में महबूबनगर रेल हादसे में 112 लोगों की मौत हुई थी। इस पर उस समय के तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था । इसे तत्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू ने स्वीकार नहीं किया। तीन महीने बाद ही अरियालूर रेल दुर्घटना में 114 लोग मारे गए। उन्होंने फिर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा स्वीकारते हुए संसद में कहा कि वह इस्तीफा इसलिए स्वीकार कर रहे हैं कि यह एक नजीर बने।
इसलिए नहीं कि हादसे के लिए किसी भी रूप में शास्त्री जिम्मेदार हैं। आज जब मोदी कैबिनेट के मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगा जा रहा है तब वह अपना बचाव ढूंढते फिर रहे हैं। जिस राज्य उड़ीसा से रेल मंत्री आते हैं उसी उड़ीसा के बालासोर में भीषण हादसा हुआ और रेल मंत्री पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौके पर जाएंगे और घायलों का हालचाल लेंगे। उन्होंने मुआवजा राशि का भी ऐलान किया है। बताया जाता है कि ओडिशा में भीषण ट्रेन एक्सीडेंट शुक्रवार की शाम को हुआ।
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तीन ट्रेनों की टक्कर में करीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन आधिकारिक तौर पर आंकड़ा कम बताया जाता है लेकिन मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है। करीब 1000 से अधिक लोग घायल हुए तथा आसपास के अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
— Prabin Padhy🇮🇳 (@prabinkp) June 3, 2023
कहा जाता है कि रेलवे की विभिन्न इंक्वायरी टीम मामले की जांच कर रही है लेकिन किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ यह पता चलने में समय लगेगा। इसकी गाज वैसे कर्मियों पर दे दी जाएगी जिनकी हैसियत और रेलवे में पद निचले कर्मियों के तौर पर होगा लेकिन रेल मंत्री की कुर्सी इतना बड़ा हादसा के बाद भी बची रहेगी। दावा किया गया है कि यह घटना तब हुई जब एक यात्री ट्रेन कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस, पटरी से उतर गई और एक मालगाड़ी से टकरा गई, और एक अन्य ट्रेन, यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट, पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई।
बताया जाता है कि हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है, और माना जाता है कि कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए भारतीय रेलवे के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने बताया, “दुर्घटना में दो यात्री ट्रेनों की सक्रिय भागीदारी थी, जबकि तीसरी ट्रेन, एक मालगाड़ी थी, जो साइट पर खड़ी थी, भी दुर्घटना में शामिल है.” देश की सबसे घातक ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक शाम 7 बजे के आसपास हुई, जब कई यात्री सो रहे थे । प्रारंभिक जांच कार्रवाई में पता चला है कि.चेन्नई जा रही कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस कथित तौर पर पटरी से उतर गई और एक मालगाड़ी से टकरा गई, जिसके बाद कई डिब्बे पलट गए। सीताराम
इसके बाद यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई । यह भी पता चला है टक्कर के वक्त दोनों ट्रेनें तेज गति से चल रही थीं। रेलवे के अनुसार शाम 6 बजकर 50 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट के बीच कुछ ही मिनटों में भीषण त्रासदी हुई और मौके पर राहत तथा बचाव दल का काम जारी है। मौके पर रेलवे के तमाम बड़े अधिकारी के साथ उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दौरा किया है । इसके अलावा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उड़ीसा दौरे पर है।
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PM Shri @narendramodi visits the hospital in Balasore to meet those injured in Odisha train accident. https://t.co/wIwkhqLQMH
— BJP (@BJP4India) June 3, 2023