देश के जाने-माने और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का निधन बुधवार 09 अक्टूबर 2024 की देर शाम मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में हो गया। रतन टाटा 86 साल के थे। पिछले कुछ दिनों से वो बीमार चल रहे थे। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। बुधवार की शाम में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने की खबर आई थी। जिसके कुछ घंटे बाद ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। रतन टाटा का जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। हालांकि उन्हें देश कभी भूल नहीं पाएगा। उन्होंने देश के लिए एक से बढ़कर एक काम किए।
रतन नवल टाटा Ratan Naval Tata (28 दिसंबर 1937 – 09 अक्टूबर 2024) भारतीय उद्योगपति थे जो टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रहे। वे भारत की सबसे बड़ी व्यापारिक इकाई, टाटा समूह, के 1991 से 2012 तक अध्यक्ष थे। इसके अतिरिक्त, अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक वे समूह के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर विस्तार किया और कई महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए।
रतन टाटा एक शर्मीले व्यक्ति थे, जो समाज की झूठी चमक-दमक में विश्वास नहीं करते थे। वे सालों से मुम्बई के कोलाबा जिले में एक किताबों और कुत्तों से भरे हुए बेचलर फ्लैट में रह रहे थे।
रतन टाटा का जन्म 28 दिसम्बर 1937 को बॉम्बे , बॉम्बे प्रेसीडेंसी, अविभाजित भारत (वर्तमान में मुम्बई, महाराष्ट्र) में हुआ था। वे नवल टाटा और सोनू टाटा की संतान थे। वे अविवाहित थे। उनकी स्कूल शिक्षा कैंपियन स्कूल, मुंबई और कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल, मुंबई में हुई। उच्च शिक्षा कॉर्नेल विश्वविद्यालय, इथाका, न्यूयॉर्क, यूएसए और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, बोस्टन, मैसाचुसेट्स, यूएसए से प्राप्त की। उनकी शैक्षिक बी.एस. कॉर्नेल विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क से संरचनात्मक इंजीनियरिंग के साथ वास्तुकला में डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, 1975 से उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम।

रतन टाटा का सपना था कि 1,00,000 रुपए की लागत की कार बनायी जाए। नई दिल्ली में ऑटो एक्सपो में 10 जनवरी 2008 को इस कार का उद्घाटन कर के उन्होंने अपने सपने को पूरा किया। टाटा नैनो के तीन मॉडलों की घोषणा की गई और रतन टाटा ने सिर्फ 1 लाख रूपये की कीमत की कार बाजार को देने का वादा पूरा किया, साथ ही इस कीमत पर कार उपल्बध कराने के अपने वादे का हवाला देते हुये कहा था “वादा एक वादा है”।
भारत के 50 वें गणतंत्र दिवस समारोह पर 26 जनवरी 2000 को रतन टाटा को देश के तीसरे नागरिक अलंकरण पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उन्हें 26 जनवरी 2008 को देश के दुसरे सर्वोच्च नागरिक अलंकरण पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वे नैसकॉम ग्लोबल लीडरशिप पुरस्कार (2008 में ) प्राप्त करने वालों में से एक थे। यह पुरस्कार उन्हें 14 फ़रवरी 2008 को मुम्बई में एक समारोह में दिया गया। रतन टाटा ने 2007 में टाटा परिवार की ओर से परोपकार का कारनैगी पदक प्राप्त किया।
रतन टाटा भारत में विभिन्न संगठनों में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत थे और वे प्रधानमंत्री की व्यापार एवं उद्योग परिषद के सदस्य थे। मार्च 2006 में टाटा को कॉर्नेल विश्वविद्यालय द्वारा 26 वें रॉबर्ट एस सम्मान से सम्मानित किया गया। आर्थिक शिक्षा में हैटफील्ड रत्न सदस्य, वह सर्वोच्च सम्मान जो विश्वविद्यालय कंपनी क्षेत्र में प्रतिष्ठित व्यक्तियों को प्रदान करती है।
रतन टाटा के विदेशी संबंधों में मित्सुबिशी निगम (Mitsubishi Corporation), अमेरिकन इंटरनेशनल समूह (American International Group), जेपी मॉर्गन चेज़ (JP Morgan Chase) और बूज़ एलन हैमिल्टन (Booz Allen Hamilton) के अंतरराष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड की सदस्यता शामिल है। वे रैंड निगम (RAND Corporation) और अपनी मातृसंस्था (alma mater) : कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (University of Southern California) के न्यासी मंडल के भी सदस्य भी थे।
रतन टाटा दक्षिण अफ्रीका गणराज्य की अंतरराष्ट्रीय निवेश परिषद के बोर्ड सदस्य थे और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के एशिया – पैसिफिक सलाहकार समिति के एक सदस्य भी थे। रतन टाटा एशिया पैसिफिक पॉलिसी के रैंड केंद्र के सलाहकार बोर्ड, पूर्व-पश्चिम केन्द्र के बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स में हैं और बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (Bill & Melinda Gates Foundation) के भारत एड्स इनिशीएटिव कार्यक्रम बोर्ड में सेवारत थे। फरवरी 1994 में, रतन टाटा को चीन के झोज्यांग प्रान्त में हांग्जो (Hangzhou) शहर में मानद आर्थिक सलाहकार की उपाधि से सम्मानित किया गया।
रतन टाटा को हाल ही में लन्दन स्कूल ऑफ़ इकॉनॉमिक्स (London School of Economics) से मानद डॉक्टरेट की उपाधि हासिल हुई और नवम्बर 2007 में फॉर्च्यून पत्रिका ने उन्हें व्यापर क्षेत्र के 25 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया। मई 2008 में टाटा को टाइम पत्रिका की 2008 की विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया। टाटा की अपनी छोटी एक लाख रूपये की कार, ‘नैनो’ के लिए सराहना की गई। उन महत्तवपूर्ण व्यक्तियों में से एक जिसने अपने वादे का पालन किया।
रतन टाटा को विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनमें शामिल हैं:
- पद्म भूषण (2000) – भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में यह सम्मान दिया गया।
- पद्मविभूषण (2008) – यह भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन्हें उनके व्यापारिक योगदान के लिए दिया गया।
- ऑर्डर ऑफ जर्मनी – 2014 में, उन्हें जर्मनी के राष्ट्रपति द्वारा इस ऑर्डर से सम्मानित किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ सीईओ – 2012 में, रतन टाटा को “सर्वश्रेष्ठ सीईओ” का खिताब दिया गया।
- FICCI लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड – यह पुरस्कार उन्हें 2012 में दिया गया। संकलन : सुरेश सरवैया

देश के जाने-माने और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
साभार: तिथि, WhatsApp.
