अर्चना कुमारी। अमृतपाल सिंह को लेकर नए-नए वीडियो सामने आ रहे हैं लेकिन यह सुरक्षा एजेंसियों की विफलता है कि उसे अब तक पकड़ा नहीं जा सका। उसके खिलाफ रासुका लगाया गया तथा देश छोड़कर ना भाग जाए इस वजह से लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया लेकिन इसके बावजूद अमृतपाल सिंह तथा उसके साथ मौजूद विक्रमजीत और पर्पल प्रीत का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
सूत्रों का कहना है कि अमृतपाल सुरक्षित ठिकाने तक पहुंच चुका है और उसकी योजना देश छोड़कर फरार होने की है। बताते हैं कि वह दिन के उजाले की बजाय रात के अंधेरे में अपना सफर तय करता है और खुलासा यह भी हुआ है कि अमृतपाल लड़कियों की अश्लील वीडियो बना कर ब्लैकमेल भी करता रहा है। वह बेहद शातिर प्रवृत्ति का है और उसे खास मंसूबों के तहत विदेश से भारत भेजा गया था। यह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी विफलता है, जिसमें एक शख्स लगातार पंजाब में खालिस्तान की मांग करते हुए अपने समर्थकों को एकजुट करता रहा और प्रशासन उसके खिलाफ एक्शन लेने की बजाय मूकदर्शक बनी रही।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले अमृतपाल सिंह के बारे में खुलासा हुआ है कि वह शादीशुदा है तथा उसकी पत्नी भी बब्बर खालसा नामक आतंकी संगठन से जुड़ी रही है।अमृतपाल की तलाश में सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी को उसके गांव जल्लूपुर खेड़ा पहुंचे। यहां उसकी पत्नी किरणदीप कौर से भी पूछताछ की। उससे बब्बर खालसा इंटरनेशनल नाम के आतंकी संगठन से संबंध और विदेशी फंडिंग मामले में पूछताछ की गई। शादी से पहले किरणदीप यूके में रहती थी।
पत्नी के खातों की जांच चल रही है और अमृतपाल के कई सगे संबंधियों पर शिकंजा कस दिया गया है लेकिन अमृतपाल कहां है, अभी इसकी जानकारी किसी को नहीं है। अब पुलिस का कहना है कि अमृतपाल हुलिया बदलकर लगातार भाग रहा है , पुलिस ने उसकी नई-पुरानी तस्वीरें जारी की हैं। जांच के लिए अमृतपाल के 500 करीबियों की लिस्ट भी तैयार की गई है। अभी तक 200 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।पुलिस का कहना है कि अमृतपाल खालिस्तान के तौर पर अलग सिख देश बनाना चाहता था।
हालांकि अमृतपाल के पिता का आरोप है कि पुलिस फंसा रही है और उसे हिरासत में रखा है। इस बीच पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मंगलवार को सरकार से पूछा कि जब अमृतपाल को देश के लिए खतरा बताया तो उसे अभी तक पकड़ा क्यों नहीं गया? 80 हजार पुलिस वाले क्या कर रहे हैं। पुलिस की नजर से बचने के लिए अमृतपाल ने अपना हुलिया बदल लिया है। सरकार ने 72 घंटे बाद आधे पंजाब में दोपहर 12 बजे के बाद इंटरनेट शुरू कर दिया है।तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, अमृतसर में इंटरनेट बंद रहेगी।
खुफिया एजेंसियों की जांच में नया खुलासा हुआ है कि अमृतपाल को पाक खुफिया एजेंसी जॉर्जिया में हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी। वह पंजाब आने से पहले दुबई से जॉर्जिया गया था। उसकी आनंदपुर खालसा फोर्स बनाने की तैयारी भी इसी ट्रेनिंग का हिस्सा थी। उसे पंजाब में गड़बड़ी कर देश का माहौल खराब करने की पूरी ट्रेनिंग जॉर्जिया में ही दी गई।
उसे देश विदेश में बसे सिख समुदाय के लोगों का समर्थन भी मिल रहा है यही वजह है कि विभिन्न देशों में भारतीय दूतावास पर सिख समाज के लोग प्रदर्शन और तोड़फोड़ कर रहे हैं जबकि सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत पन्नू ने एक बयान जारी कर सिखों से असहयोग आंदोलन शुरू करने और दिल्ली को शटडाउन करने की अपील की है।पुलिस ने दावा किया है कि अमृतपाल के ड्रग माफिया से संबंध थे। वह अलग सिख देश बनाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में था।
ड्रग माफिया उसे फंडिंग कर रहे थे। माफिया ने उसे मर्सिडीज भी तोहफे में दी थी। वहीं उसे हथियार, गोला-बारूद और अन्य सुविधाएं मुहैया करवा रही थी। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 458 करीबियों की पहचान कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी को उनकी सूची सौंपी है। इन्हें ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा गया है। ए कैटेगरी के 142 लोग हैं जो 24 घंटे अमृतपाल के साथ रहते थे।
बी कैटेगरी में 213 वो लोग हैं जो फाइनेंस और संगठन का काम देखते हैं। मामले की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच वासी की आठ टीमें पंजाब पहुंच गई हैं और इन टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू कर दी है।जालंधर, होशियारपुर और नवांशहर की 6 फाइनेंस कंपनियों की पहचान की गई है जिनमें पिछले साल 20 अगस्त से लेकर अब तक करोड़ों के ट्रांजैक्शन हुए हैं। जालंधर के दो हवाला कारोबारियों की भी पहचान हुई है जिनकी तलाश जारी है। जांच में सामने आया है कि अमृतपाल ने जिस आनंदपुर खालसा फौज का गठन किया था, उसके लिए 33 बुलेटप्रूफ जैकेट खरीदी थीं। ये दिल्ली से मंगवाई थीं। इन जैकेट पर मार्क भी बनाया था।
केंद्र व पंजाब सरकार अमृतपाल सिंह के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान सोशल मीडिया पर बढ़ रही गतिविधियों पर भी नजर रखे हुए है। संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह मान सहित 72 सोशल एक्टिविस्ट, मीडिया पर्सन आदि के ट्विटर अकाउंट्स को सस्पेंड किया गया । अमृतपाल सिंह को हैश-टैग करने वाले हर अकाउंट पर नजर रखी जा रही है।
खुफिया एजेंसियों के अनुसार 15 से 19 मार्च के बीच पूरे विश्व में 2559 टि्वटर अकाउंट खोले गए, जो पंजाब में हेट-स्पीच को बढ़ावा दे रहे हैं। जिनमें से अधिकतर कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई और पंजाब के कुछ इलाकों में खोले गए। इतना ही नहीं, पुलिस कार्रवाई से एक दिन पहले 17 मार्च को अमृतपाल को सपोर्ट करने वाले 820 ट्विटर अकाउंट अचानक बनाए गए। पंजाब को लेकर केंद्र सरकार उत्सुकता दिखा रही है लेकिन राज्य सरकार का कहना है कि शांति से खिलवाड़ नहीं होने देंगे।