मुसलिम चारों ओर से हिंदुओं पर हमला करना शुरू कर दिया है। मुसलिम लड़के जहां हिंदू लड़कियों को लव जिहाद में फांसकर मुसलिम बना रहे है वहीं मुसलिम लड़कियों ने भी हिंदू लड़कों को फांसकर उनकी हत्या करानी शुरू कर दी है। मुसलिम युवतियां हिंदू लड़कों से पहले प्रेम कर शादी करती हैं और फिर उसका परिवार ऑनर किलिंग के नाम पर उसकी हत्या कर देता है। दिल्ली तथा दिल्ली से सटे फरीदाबाद में दो हिंदू युवाओं की मुसलिम परिवार द्वारा क्रूरतापूर्ण हत्या एक बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा कर रही है।
मुख्य बिंदु
मुसलिम लड़के ही नहीं लड़कियां ने भी हिंदुओं पर हमला करना शुरू कर दिया है
मालूम हो कि हरियाणा के फरीदाबाद स्थित नेहरू कॉलोनी में संजय कुमार की पूर्व पत्नी के पिता, साला और उसके ही एक पड़ोसी ने मिलकर पिछले सप्ताह बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के आरोपी मुसलिम परिवार ने दो महीने पहले ही अपनी बेटी और संजय के बीच तलाक कराया था। इस घटना के ठीक छह महीने पहले दिल्ली में भी इसी प्रकार अंकित सक्सेना की हत्या कर दी गई थी। उसके साथ भी यही मामला हुआ था। पहले एक मुसलिम लड़की ने प्रेम कर शादी की और बाद में उसके परिवार ने ऑनर किलिंग के नाम पर अंकित की हत्या कर दी थी। साजिश के तहत इस प्रकार हिंदू युवकों की हत्या होती जा रही है लेकिन इस ओर न तो मीडिया ध्यान दे रहा है न ही कोई लिबरल ब्रिगेड इस मसले को उठा रहा है।
इन दोनों घटनाओं को ध्यान से देखे तो एक बड़े षड्यंत्र का पता चलेगा। दोनों मामलों को ऑनर किलिंग का नाम दिया जा रहा है। ऑनर किलिंग में दूसरे परिवार के सदस्य की हत्या नहीं की जाती, बल्कि अपने ही परिवार के सदस्य की हत्या होती है। यहां एक बात और ध्यान देने योग्य है, वह यह कि ऑनर किलिंग में अक्सर महिला की हत्या होती आई है, लेकिन ये दोनों घटनाएं अपने आप में अलग है। इन दोनों घटनाओं में युवकों की हत्या की गई है, वह भी दूसरे परिवार के सदस्यों की, लेकिन एक साजिश के तहत इसे ऑनर किलिंग बताया जा रहा है।
अंतर-सांप्रदायिक संबंध, ऑनर किलिंग के मामले को नजदीक से देखने वाले वकील आशीष दुबे का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं मुसलिम समुदाय में ज्यादा बढ़ी हैं। आशीष दुबे इस प्रकार के मामले में हिंदू अधिकार संगठन अग्निवीर के कानूनी सलाहकार है। उनका कहना है कि हाल में आए इस तरह के मामले ऑनर किलिंग न होकर विशुद्ध रूप से बर्बर हत्या के मामले होते हैं। लेकिन एक साजिश के तहत मुसलिम समुदाय इसे ऑनर किलिंग का नाम देकर सांप्रदायिक रंग देना चाहता है। इन दोनों मामलों में उनका कहना है कि चूंकि हत्यारोपियों ने प्रतिष्ठा बचाने के लिए अपनी बेटियों की हत्या नहीं की है इसलिए संजय और अंकित की हत्या को ऑनर किलिंग नहीं कहा जा सकता है।
21 अगस्त 2018 को हरियाणा के फरीदाबाद स्थित नेहरू कॉलोनी में संजय कुमार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप उसकी पूर्व मुसलिम पत्नी के परिवार पर लगाया गया है। इस मामले में गिरफ्तार महिला के पिता, भाई और उसके एक पड़ोसी ने संजय की हत्या की बात कबूल कर ली है। मालूम हो कि महिला के परिवार वालों ने दो महीने पहले ही संजय से उसे तलाक दिला दिया था। इस घटना के बाद मुसलिम परिवार ने फरीवाद के नेहरू कॉलोनी का अपना घर खाली कर अपना गृह जिला मेवात चला गया है। आरोप है कि संजय की हत्या के बाद लड़की की मां ने मजहबी कट्टरता की जीत का निशान दिखाते हुए खुशी जाहिर की थी। हत्या के दूसरे दिन उस इलाके में न तो कोई पुलिस दिखी न ही कोई मीडिया दिखा। माहौल ऐसा लग रहा था कि कुछ हुआ ही नहीं।
मृतक संजय कुमार की मां मंजू कुमारी तथा उनकी बहन सरोज का कहना है कि उनके भाई से बगल की रहने वाली रुख्सार प्यार करती थी। उसी के चक्कर में संजय ने घर भी छोड़ दिया था। वह रुख्सार को लेकर राजस्थान अपने दादा के घर चला गया था। वहीं पर उसने रख्सार से रजिस्टर्ड शादी कर ली। शादी करने के बाद रुख्सार के साथ जब घर लौटा तो किसी ने भी रुख्सार से न तो नाम न ही मजहब बदलने को कहा। इस दौरान रुख्सार शुरू से ही अपनी मां मदीना के संपर्क में थी। संजय जब आठ महीने बाद घर आया तब तक रुख्सार गर्भवती हो चुकी थी।
घर लौटने के बाद रुख्सार के पिता फर्जुद्दीन और मां मदीना ने तो पहले संजय पर मुसलिम मजहब अपनाने का दबाव डाला, जब संजय नहीं माना तो उसने अपनी बेटी पर दबाव डालकर उससे तलाक करा दिया और फिर दो महीने बाद साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस रुख्सार के पिता और भाई तथा एक पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के बाद तीनों ने हत्या की बात भी स्वीकार कर ली है।
मालूम हो कि इस प्रकार की घटना छह महीने पहले दिल्ली में हुई थी। इस मामले में भी मुसलिम लड़की के परिवारवालों ने ही अंकित सक्सेना नाम के युवक की गला काटकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद ही लड़की की मां ने सरेआम मजहबी जीत का निशान बनाते हुए सबके सामने अपना हाथ लहराया था। उनका कहना था कि अगर कोई हिंदू लड़का मुसलिम लड़की से शादी करने के बाद मुसलिम मजहब अपना लेता है तब तो ठीक है अन्यथा सभी का यही हश्र होना चाहिए। यह बात उसने अपने मोह्ल्ले की एक महिला से कहा था। मालूम हो कि उस महिला के पति ने उससे शादी करने के बाद मुसलिम मजहब अपना लिया था।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि मुसलिम समुदाय के लोग अब दोनों तरफ से हमला करना शुरू कर दिया है। एक तरफ उसके युवक हिंदू लड़कियों पर लव-जिहाद के तहत हमला कर रहा है वहीं अब उसकी लड़कियां भी हिंदू समाज को नुकसान पहुंचाने की साजिश में शामिल हो गई हैं।
URL: Religion-specific and honor killings of the majority
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