बॉलीवुड बेचैन है। दो दिन से बॉलीवुड में डर की लहरें उठ रही हैं। जबसे सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने पटना में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, रिया को बचाने के लिए कुछ ‘अदृश्य लोग’ सक्रिय हो उठे हैं। वे पक्का जानते हैं कि ये केस मुंबई से बाहर गया तो ऐसे राज़ सामने आ जाएंगे जो सुशांत की मौत और अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। हर घंटे के साथ बॉलीवुड में स्थितियां बदलती जा रही हैं। रिया की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है। पुलिस किसी भी समय उन्हे गिरफ्तार कर सकती है। शतरंज की इस चौसर में प्यादा अब ऐसी जगह आकर फंसा है, कि उसे कहीं और जाने का कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है।
पटना से मुंबई गई पुलिस की टीम ने गजब की तत्परता दिखाते हुए गुरुवार को सुशांत के बैंक खातों की पूरी डिटेल्स निकलवा ली। टीम ने एचडीएफसी और आईसीआईसीआई की शाखाओं में जाकर सुशांत के खातों की डिटेल्स ली और आवश्यक पूछताछ भी की गई। गुरुवार को पुलिस ने सुशांत की बहन और उनके नौकर से पूछताछ की।
आने वाले समय में सुशांत के दोस्त, उनके डॉक्टर, उनके सीए और अंकिता लोखंडे से भी पूछताछ होने की संभावना दिखाई दे रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए बिहार पुलिस से एफआईआर और जाँच से जुड़े कागजात मांगे हैं। खबर है कि ईडी सुशांत के प्रकरण में आर्थिक पहलु को लेकर स्वतंत्र जाँच शुरू कर सकती है।
सोशल मीडिया पर सुशांत का प्रकरण शांत होता नहीं दिख रहा। नेपोटिज़्म को लेकर पहले ही माहौल गर्म है और अब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ये ट्वीट कर सनसनी मचा दी कि सुशांत की हत्या की गई है। अपने तर्क के एवज में उन्होंने 26 पॉइंट्स बताए हैं, जिन पर गौर किया जाए तो सुशांत की मौत का कारण हत्या नज़र आएगा।
इधर सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट ने माहौल गर्म किया तो अभिनेता कमाल रशीद खान उर्फ़ केआरके ने उस माहौल में आग ही लगा दी। केआरके ने एक ट्वीट कर कहा कि ‘कृपया नोट करें, अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने सलमान खान के वकील मिस्टर सतीश मानेशिंदे को अपना केस लड़ने के लिए हायर किया है. बढ़िया! जबरदस्त! क्या चालें चली जा रही हैं।’ ऐसा करके केआरके ने बताने की कोशिश की है कि सलमान खान कैम्प परदे के पीछे से रिया की सहायता कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि मानशिंदे बहुत महंगे वकीलों में गिने जाते हैं। उनकी एक जिरह की फीस लाखों में होती है। सलमान खान जैसा धनी कलाकार उन्हें अफोर्ड कर सकता है लेकिन अभी-अभी फिल्मों में आई रिया उनकी महंगी फीस का बोझ कैसे वहन करेगी।
निश्चित ही रिया के ‘अदृश्य मददगार’ इस बात से डर गए हैं कि गिरफ्तारी होने पर कहीं रिया उनके नामों पर से पर्दा न हटा दे। मुंबई पुलिस ने जिस ढंग से इस केस की पॉलिशिंग कर सुशांत की मौत को आत्महत्या करार देने का प्रयास किया, उसकी पोल स्वतः पटना की पुलिस टीम खोल देगी। सुशांत की पूर्व प्रेमिका अंकिता लोखंडे भी ऐसे सबूत लेकर सामने आई है, जो रिया के लिए तकलीफदेह हो सकते हैं।
अंकिता ने पुलिस को बताया है कि पिछली बार जब सुशांत की उनसे बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि रिया उन्हें बहुत परेशान कर रही हैं और वह इस रिश्ते से छुटकारा चाहते हैं। अंकिता के पास इस बातचीत के स्क्रीन शॉट्स सुरक्षित रखे थे, जो उन्होंने बिहार पुलिस से शेयर किये हैं। कुल मिलाकर गुरुवार का ये दिन रिया चक्रवर्ती, उनके परिजनों और उनके ‘अदृश्य मददगारों’ के लिए मुश्किलों भरा साबित हुआ है।
अभी तो ये शुरुआत है। रिया चक्रवर्ती गिरफ्तारी के डर से घबराकर सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई और फरियाद करते हुए कहा कि ये केस पटना से मुंबई लाया जाए। इसके तुरंत बाद सुशांत के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में इस पर ‘आपत्ति सूचना’ (केविएट) दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
इस मामले में अब सारा दारोमदार सुप्रीम कोर्ट पर जा टिका है। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी मंशा जाहिर नहीं की है। हालांकि इस मामले की सीबीआई जाँच की याचिका को सुप्रीम कोर्ट पहले ही ठुकरा चुका है। पटना पुलिस द्वारा ठोस साक्ष्य प्रस्तुत करने पर कोर्ट केस को बिहार ले जाने की आज्ञा दे सकता है।
इस बात की संभावना अधिक इसलिए है कि रिया चक्रवर्ती के पास ऐसा कोई ठोस कारण नहीं है कि गिरफ्तारी की दशा में कोर्ट केस ट्रांसफर करने की उसकी प्रार्थना स्वीकार कर ले। कुल मिलाकर ‘प्यादा’ ऐसी जगह जाकर फंस गया है, जहाँ से आगे जाने की कोई राह दिखाई नहीं देती। गिरफ्तारी तय है।
बहुत बढ़िया,कलाकारों का एक गैंग है जो अपराधी प्रवृति का है,एक सुशांत की जान से दसियों कलाकार बेमकाब होंगे ,हो सकता हैपुराने पापों का भी पिटारा खुल जाए।
बालीवुड के गुन्डा गैंग, मुम्बई पुलिस और वहां के राजनीतिज्ञों का विभीत्स गठजोड़ ना जाने कितने सुशांत को मार चुका है और यदि अब भी इसका संज्ञान नही लिया गया तो आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा. माननीय सर्वोच्च न्यायालय को स्वत: संज्ञान लेने की आवश्यकता है.
वंदे मातरम, जय माँ भारती..