आईएसडी नेटवर्क। इसरो के पूर्व वैज्ञानिक और एरोस्पेस इंजिनियर नम्बी नारायणन के जीवन पर बनी फिल्म रॉकेट्री : द नम्बी इफेक्ट का कान्स फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर 19 मई को होने जा रहा है। सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को इस बात की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि कान्स में भारत को इस बार कंट्री ऑफ़ ऑनर की श्रेणी में एंट्री दी गई है।
निर्देशक आर.माधवन की रॉकेट्री : द नम्बी इफेक्ट एक बहुप्रतीक्षित फिल्म है। इस फिल्म की प्रतीक्षा लंबे समय से की जा रही थी। भारत में ये आगामी जुलाई में प्रदर्शित होने जा रही है। रॉकेट्री भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व वैज्ञानिक एयरोस्पेस इंजीनियर नम्बी नारायणन पर बनाई गई एक बॉयोपिक है। नम्बी नारायणन को देश से गद्दारी करने के झूठे आरोप में जेल भेज दिया गया था।
केरल पुलिस ने सन 1994 में इसरो के स्वदेशी क्रायोजनिक इंजन की ड्राइंग पाकिस्तान को बेचने के आरोप में क्रायोजनिक इंजन प्रॉजेक्ट के डायरेक्टर नारायणन समेत दो अन्य वैज्ञानिकों डी शशिकुमारन और डेप्युटी डायरेक्टर के चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया था। सीबीआई जाँच में नम्बी नारायणन को निर्दोष पाया गया। पता चला कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नुकसान पहुँचाने के लिए ये झूठा केस बनाया गया था।
जाँच में संकेत मिले थे कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के इशारे पर केरल की तत्कालीन कम्युनिस्ट सरकार ने ये साजिश रची थी। रॉकेट्री : द नम्बी इफेक्ट में नम्बी की भूमिका अभिनेता माधवन निभा रहे हैं। सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि फिल्म महोत्सव में सरकार भारत की संस्कृति, धरोहर, भाषायी विविधता, सिनेमा को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करेगी।
ठाकुर ने बताया कि इसमें वैसी पांच फिल्में होंगी जिनका प्रदर्शन नहीं हुआ हो। उनके अनुसार इसका मकसद यह है कि इन फिल्मों को मंच एवं बाजार मिल सकेगा। महोत्सव में महान फ़िल्मकार सत्यजीत रे की दुर्लभ फिल्म प्रतिद्वंद्वी की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी। उल्लेखनीय है कि भारत इस वर्ष सत्यजीत रे शताब्दी समारोह मना रहा है।
उल्लेखनीय है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा शुरु की गई एक परियोजना राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के तहत प्रतिद्वंद्वी के प्रिंट का नवीनीकरण किया गया है। यह कार्य मुंबई की लैब ‘‘प्राइम फोकस टेक्नोलाजीज़’’ ने प्रख्यात सिनेमेटोग्राफर सुदीप चटर्जी के निर्देशन में किया है।