महेंद्र पाल आर्य। ऋषि दयानन्द जी के द्वारा बनाई गई संस्था जिसका नाम आर्य समाज है जिसे ऋषि दयानन्द जी ने लोगों के दिए गए विष को पी कर खड़ा किया, इसी संस्था ने देश में बहुत बड़ा बड़ा काम किया किसी भी विषय में देखा जा सकता है।
चाहे आप धार्मिक विषय में देखें अथवा सामाजिक में देखें सभी जगह आर्य समाजियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है।
विशेष कर आज बात आ रही है ईसाईयों को राष्ट्र वादी बनाने कि जिस काम में जुटेआज कट्टर हिन्दू वादी जाने जाने वाली संस्था जिसका नाम RSS है इस संस्था केअधिकारी द्वारा पहले एक संगठन तैयार हुआ जिसका नाम है राष्ट्र वादी मुस्लिम संगठन | इन्ही लोगों ने अब बनाया है राष्ट्र वादी ईसाई संगठन।
विचारणीय बात यह है कि क्या यह दोनों सम्प्रदाय ईसाई और मुसलमान राष्ट्र वादी बन सकते हैं ? इसका ज़वाब यह है कि यह दोनों विचारों के लोग कभी भी राष्ट्र वादी नहीं बन सकते। अगर इन्हें राष्ट्र वादी बनना होता तो यह इसाईं और मुसलमान किस लिए कहलाते ? मुसलमान मरते समय तक अरबी और अरब को याद करते हैं कबर में भी अरबी में बातें करने कि मान्यता इनकी है। इसी प्रकार ईसाईयों कि मान्यता भी है तो यह लोग राष्ट्र वाद को स्वीकार कब किया ?
RSS संगठन के लोग इस देश के हिन्दुओं के साथ धोखा कर रहे हैं, इस देश में रहने वाले मुसलमान हो या इसाई अगर राष्ट्र वाद पर विश्वास रखते तो हिन्दुओं को इसाईं और मुसलमान किस लिए बनाते ?
आये दिन भारत भर यह सुनने को मिलाता है यहाँ इतने हिन्दू मुसलमान बन गए या इतने हिन्दू इसाईं बन गए, और यह भी सुनने में आता है कि इन्ते मुसलमान व इसाईं बनेथे वह लोग अपने पूर्वजों के वैदिक धर्म में वापस आ गये।
मैं RSS के अधिकारियों से पूछना चाहता हूँ कि पहले तो यह बताएं कि मुसलमान हो और इसाईं अगर राष्ट्र वादी होते तो वह हिदुओं को इसाईं और मुसलमान क्यों बनाते ?
आर्य समाज के जन्म काल से ऋषि दयानन्द जी के विचारों ने इन्ही बातों को उन अंग्रेजी काल में बुलन्द आवाज से मात्र बोला ही नहीं किन्तु अपने अमर ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश में लिख कर भी बता दिया।
आज के तथा कथित आरा समाजियों ने इसी काम को छोड़ दिया या इसका प्रचार करना छोड़ दिया | आज अगर सत्यार्थ प्रकाश को सामने रख करआर्य समाज के लोग प्रचार करते तो हिन्दू इसाईं और मुसलमान बनने से बच जाता।
आज भी समय है अगर हिन्दुओं को ईसाईयों और मुसलमानों के हाथों से अर्थात ईसाई और मुस्लमान बनने से बचाना है तो एक ही संगठन है आर्य समाज यह आर्य समाज अगर सक्रिय हो तभी यह काम हो सकता है RSS से यह काम नहीं हो सकता यह संगठन दिशाहीन हो चुकी है। ज्यादा से ज्यादा हिन्दुओं को आर्य समाज नामी संगठन से जुड़ना चाहिए।