नकली पाकिस्तान बना था , असली कई हैं भारत में ;
शहर – शहर में बसे हुये हैं , पाकिस्तान भारत में ।
गांधी – नेहरू राष्ट्र के दुश्मन , भारत तोड़ा कई तरह ;
महामूर्ख – हिंदू न समझा , नहीं समझता किसी तरह ।
खाना , कमाना और अघाना , हिंदू का ये ही जीवन है ;
झूठे – इतिहास व गंदी – शिक्षा के कारण , यह जीवन है ।
सबसे बढ़कर नेतृत्व का संकट , हरदम भारत पर छाया है ;
हिंदू – हृदय – सम्राट थे जितने , उन्हें नपुंसक पाया है ।
केवल राम – कृपा के कारण , अब तक अस्तित्व हमारा है ;
धर्म – सनातन ठीक से जानो , ये पुरुषार्थ हमारा है ।
धर्म का सूरज डूब रहा था , पर अब योगी आया है ;
धर्म – सनातन की महिमा से , परम – साहसी आया है ।
एक नहीं दो – दो आयें हैं , यूपी संग आसाम भी है ;
अब हर हिंदू स्वार्थ को छोड़े , करना धर्म का काम ही है ।
हर हालत में धर्म बचाओ , तब ही तुम भी बच पाओगे ;
शस्त्र – शास्त्र की पूरी शिक्षा , तब ही धर्म बचा पाओगे ।
राजनीति की गंगोत्री को , हर हालत में साफ करो ;
कायरता का करो सफाया , शूरवीरता प्राप्त करो ।
देश का शासन योगी का हो , संभव इसको करना है ;
हर हिंदू खुलकर मांग उठाये , हर हाल में ये ही करना है ।
आगामी पन्द्रह अगस्त को , योगी ही ध्वज को फहरायें ;
लाल किले से उद्बोधन कर , देश को हिंदू – राष्ट्र बनायें ।
बदले संविधान भारत का , पूरा अंग्रेजी – राज हटायें ;
न्याय का शासन करें प्रतिष्ठित कानून का शासन लेकर आयें
धर्म का शासन सर्वश्रेष्ठ है , पक्षपात न कोई हो ;
तुष्टीकरण किसी का न हो , अल्पसंख्यकवाद कहीं न हो ।
यथायोग्य सारे पायेंगे , आरक्षण क्यों किसी का हो ?
सबको एक बराबर मौका , तब संरक्षण सबका हो ।
भारत में जीवन और मृत्यु का , अब ये अवसर आया है ;
वर्तमान नेतृत्व के चलते , संकट भारत पर छाया है ।
धर्म , राष्ट्र और देश का संकट , हमको तत्काल हटाना है ;
सारे पाकिस्तान खत्म हों , इनको भारत से मिटाना है ।
अब तो केवल योगी जी ही , हिंदुस्तान बचा पायेंगे ;
इसी तरह से दूसरा योद्धा , आसाम से फिर ले आयेंगे ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”,
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”