
सचिन वाझे अपने गॉड फादर का नाम बता कर दोनों केस से निकलना चाह रहा!
Archana Kumari. एंटीलिया और मनसुख मौत मामले को लेकर मुंबई पुलिस के निलंबित पुलिसकर्मी सचिन वाझे का डीएनए और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जा सकता है, उसका ब्लड सैंपल ले लिया गया है। सबूतों की तलाश में जुटी एनआईए सचिन वाझे को लेकर बृहस्पतिवार देर रात रेती बंदर खाड़ी ले गई।
इस बीच मुंबई एटीएस ने मनसुख मामले की मर्डर मिस्ट्री को सुलझाते हुए दावा किया है कि सचिन इस घटना का मुख्य सूत्रधार था जबकि सचिन वाझे ने कोेर्ट में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि मुझे बली का बकरा बनाया गया जबकि मेरा इस केस से कोई लेना देना नहीं, मैं जांच कर रहा था और इस केस का जांच अधिकारी था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सचिन के दावे को बकवास बताया जबकि जांच एजेंसी का कहना है कि सचिन अपने गॉड फादर का नाम बता कर इस केस से निकलना चाहता है। इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले कहा है कि महाराष्ट्र में स्थिति बहुत बिगड़ती जा रही है, इस सबंध में उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिल कर एक विज्ञप्ति दी ताकि महाराष्ट्र सरकार को अविलंब बर्खास्त किया जाए।
इससे संबंधित अन्य समाचार…
बहुत से लोग नहीं चाहेंगे कि सचिन वझे के कारण पूरी टीम ही पकड़ में आ जाए
सचिन वझे के कंधे का सिर्फ इस्तेमाल, पर्दे के पीछे सफेदपोश!
BMC चुनाव के लिए डरा कर धन लेने के लिए तो नहीं किया गया मुकेश अंबानी को टारगेट!
अपने ही जाल में फंस गई मुंबई पुलिस!
बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से निकले!
एंटीलिया और मनसुख मामले को लेकर Nia को नया सीसीटीवी मिला है, जिसमें दक्षिण मुंबई के वालचंद हिराचंद मार्ग पर सिग्नल पर एक काले रंग की मर्सिडीज बेंज रुकती है और मनसुख हिरेन कार मे बैठकर रवाना हो जाता है, ये सीसीटीवी फुटेज 17 फरवरी का है और इस बीच वाझे के घर से NIA को अवैध तौर पर रखे गए 66 कारतूस बरामद हुए हैं और जबकि कई कारतूस गायब है।
जांच एजेंसी का कहना है वाझे काफी जगहों के सीसीटीवी फुटेज नष्ट कर चुका है जबकि दोनों मामलों में कथित तौर पर उसके सहयोगी विनायक शिंदे और नरेश गौर एवं अन्य लोगों के साथ आमने सामने बिठाकर पूछताछ करने की तैयारी चल रही है।
जांच एजेंसी का कहना है कि अंबानी की बिल्डिंग के बाहर मिली जिलेटिन लदी स्कॉर्पियो को खड़ी करने तथा स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मर्डर मिस्ट्री का मुख्य सूत्रधार निलंबित और गिरफ्तार API सचिन वाझे ही है । जांच एजेंसी को इस निलंबित पुलिसकर्मी की हिरासत 3 अप्रैल तक मिल गई है जबकि रिमांड को बढ़ाने की मांग करते हुए NIA ने कोर्ट में कहा कि है सचिन जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
लेकिन सचिन का कहना है कि इन सब घटनाओं के पीछे कोई दूसरा बैकग्राउंड है जबकि 13 मार्च को जब मैं NIA ऑफिस गया तो मुझे अचानक गिरफ्तार कर लिया गया। उसने अदालत से कहा कि लोग कह रहे हैं कि मैंने जुर्म कबूल किया है, लेकिन यह बात सही नहीं है। मैंने कोई क्राइम नहीं किया है और मैं डेढ़ दिन सिर्फ इस केस पर था जबकि क्राइम ब्रांच, एटीएस सभी जांच कर रहे थे।
सचिन ने कोर्ट में कहा कि इस केस में मुझे भी कुछ बातों को रिकॉर्ड पर लाना है और इसे लेकर विशेष अदालत के जज ने कहा कि इस बारे में आप अपने वकील से बात कीजिए।
इस पर उसके सचिन वाजे ने वकील से बात करने के बाद तय किया कि वह लिखित में अपना जवाब देंगे। NIA ने कोर्ट में कहा गाड़ी से लिए गए फॉरेंसिक सैंपल से सचिन का ब्लड सैंपल मैच कराना है और जांच एजेंसी के वकील ने कहा कि इस क्राइम ने पूरे देश को हिला दिया है, क्योंकि इसमें एक पुलिस वाला शामिल है और यह शख्स कुछ अन्य आरोपियों का नाम बता कर इस केस से निकलना चाह रहा।
ज्ञान अनमोल हैं, परंतु उसे आप तक पहुंचाने में लगने वाले समय, शोध, संसाधन और श्रम (S4) का मू्ल्य है। आप मात्र 100₹/माह Subscription Fee देकर इस ज्ञान-यज्ञ में भागीदार बन सकते हैं! धन्यवाद!
Select Subscription Plan
OR
Make One-time Subscription Payment
Select Subscription Plan
OR
Make One-time Subscription Payment
Bank Details:
KAPOT MEDIA NETWORK LLP
HDFC Current A/C- 07082000002469 & IFSC: HDFC0000708
Branch: GR.FL, DCM Building 16, Barakhamba Road, New Delhi- 110001
SWIFT CODE (BIC) : HDFCINBB
Paytm/UPI/Google Pay/ पे / Pay Zap/AmazonPay के लिए - 9312665127
WhatsApp के लिए मोबाइल नं- 9540911078