अर्चना कुमारी। देश की राजधानी में एक बार फिर मासूम बच्ची को बंधक बनाकर बलात्कार किया गया और इस वारदात में जिस आरोपी को पकड़ा गया। उस पर आरोप है उसने यूपी के रामपुर में मासूम के साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर चुका है । दिल्ली के शालीमार बाग में 9 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म वारदात के बाद उसने मासूम को जान से मारने की धमकी दी। शालीमार बाग थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया।
इसके बाद करीब 350 सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद पुलिस आरोपी सलीम अहमद उर्फ छोटू (27) को गिरफ्तार किया । पुलिस ने इसके खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो, अपहरण, जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस को पता चला है कि शातिर आरोपी ने यूपी के रामपुर स्थित अजीम नगर थाना क्षेत्र में मासूम के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी।
बाद में यह आरोपी जेल में बंद था। लेकिन पिछले साल जेल में उसे कोविड हुआ तो अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपी अस्पताल से रफूचक्कर हो गया। यूपी पुलिस भी उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच उसने दिल्ली में आकर एक और वारदात को अंजाम दे दिया । पुलिस सूत्रों का दावा है कि पीड़ित बच्ची परिवार के वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में रहती है।
रविवार दोपहर वह घर से कुछ सामान लेने के लिए निकली थी। इस बीच आरोपी शिकार की तलाश में था और बच्ची उसे रास्ते में मिल गई । आरोपी ने मिठाई और नए कपड़े दिलवाने का झांसा देकर पीड़िता को एक ई-रिक्शा में बिठाया। बताया जाता है कि बाद में उसने वजीरपुर इडस्ट्रियल एरिया की एक झुग्गी में ले जाकर वारदात को अंजाम दिया।
इस घटना के बाद वहां बच्ची को बुरी तरह डराकर किसी को कुछ भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वह मासूम को उसके घर के पास छोड़कर फरार हो गया। रात में ही मासूम की तबीयत बिगड़ी तो परिवार उसे अस्पताल ले गया, जहां उसके साथ रेप का पता चला। इसके बाद परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
उससे पूछताछ की कोशिश की गई तो मासूम डर की वजह से कुछ नहीं बता पाई। पुलिस का कहना है काउंसलिंग कराने पर उसने घटनास्थल लोकेशन का अंदाजा बताया। वह आरोपी को नहीं जानती थी और न ही उसने उसे कभी देखा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पड़ताल की। पुलिस का कहना है जांच करने पर करीबी 350 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल के बाद पुलिस ने आरोपी को पहचान लिया।
आरोपी वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में फुटपाथ पर रहकर गुजारा करता था। वह कई अलग-अलग फैक्टरी में सफाई का काम करता था। पूछताछ के बाद आरोपी ने बताया कि अगस्त 2020 में वह रामपुर के एक अस्पताल से कोविड के दौरान फरार हो गया था। जेल से उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था, जहां से वह फरार हो गया था। यूपी पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी।