आईएसडी नेटवर्क। अमिताभ बच्चन के बाद सलमान खान ने भी वही प्रश्न पूछा है। प्रश्न है कि बॉलीवुड की फ़िल्में दक्षिण में क्यों नहीं चल पाती है। इस शुक्रवार प्रदर्शित होने जा रही केजीएफ : चैप्टर 2 के मुख्य अभिनेता यश ने इसका जवाब दिया है। यश के जवाब में तर्क और सच्चाई दिखाई देती है।
यश ने सलमान की बात का जवाब देते हुए कहा कि पहले बॉलीवुड में हमारी फिल्मों को अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि पहले की जाने वाली डबिंग में और आज की डबिंग में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा कि लोग अब जान रहे हैं कि हमारा कंटेंट क्या होता है और हम किस प्रकार से इसे क्रिएट करते हैं। केजीएफ अभिनेता ने कहा कि पहले लोग हमें मज़ाक में लेते थे और शायद ऐसा बुरी डबिंग के कारण हो रहा था।
उन्होंने कहा कि अब लोगों को हमारी स्टोरीटेलिंग समझ आने लगी है, लोग हमारे डायरेक्शन के तरीके को समझने लगे हैं। यश ने कहा कि हमने कई सारी हिंदी फिल्में देखी हैं। हिंदी फिल्में भी काफी शानदार होती हैं। हम उन्हें देखते हैं लेकिन उन्हें दूसरे पहलू भी देखने चाहिए। उल्लेखनीय है कि अभिनेता यश की केजीएफ : चैप्टर 2 इसी 14 अप्रैल को प्रदर्शित होने जा रही है।
यश के लिए संपूर्ण भारत में बड़ा क्रेज दिखाई दे रहा है। पहले दिन फिल्म के लिए पचास करोड़ की तो एडवांस बुकिंग हो चुकी है। ऐसा लग रहा है कि केजीएफ का द्वितीय संस्करण भारत में ओपनिंग का नया कीर्तिमान बनाने जा रहा है। केजीएफ के प्रथम भाग के बाद हिन्दी पट्टी में आतुरता से दूसरे भाग की प्रतीक्षा की जा रही है। यश ने एक महत्वपूर्ण बात कही कि उनके यहाँ की संस्कृति में विविधताएं हैं और ये उनके यहाँ की फिल्मों में भी दिखाई देती है।
यश की बात पर गौर किया जाए तो हिन्दी पट्टी में क्षेत्रीय सिनेमा दिखाई ही नहीं देता। हिन्दी पट्टी में नब्बे प्रतिशत फ़िल्में मुंबई की पृष्ठभूमि में बनाई जाती है। हिन्दी में विविधता न मिलना भी दर्शकों के रुठ जाने का एक मुख्य कारण दिखाई देता है।