सलमान खान नामक अभिनेता की दादागिरी के किस्से समय-समय पर बॉलीवुड के गलियारों से छन-छन कर बाहर आते रहते हैं। कुछ दिन पूर्व एक इंटरव्यू के दौरान अभिनेता गोविंदा का दर्द छलक कर बाहर आ गया। उन्होंने बताया कि डेविड धवन की ‘जुड़वाँ’ पहले वे कर रहे थे।
एक दिन सलमान ने गोविंदा को कॉल किया और कहा ‘ची ची भैया आप और कितनी हिट दोगे। वह ‘जुड़वा’ पिक्चर जो आप कर रहे हो, उसे बंद कर दीजिये और मुझे दे दीजिये। डाइरेक्टर(डेविड धवन) भी मुझे आपका चाहिए। और प्रोड्यूसर(साजिद नाडियाडवाला) मैंने आपका ले लिया है।
उनकी अच्छी भली चलती फिल्म सलमान के इस फोन कॉल के बाद छीन चुकी थी। ऐसे कितने ही किस्से हैं, जब सलमान खान ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर फ़िल्में हथियाई हैं। उन्होंने निजी शत्रुता के चलते जिन कलाकारों के कॅरियर ख़त्म किये, उनकी लिस्ट तो बहुत लंबी है।
फिल्म इंडस्ट्री में दूसरे कलाकार की फिल्म हथिया लेना आम बात है लेकिन सलमान खान का मामला अलग है। उनको जो फिल्म पसंद आ जाती है, वह उनकी हो जाती है, फिर भले ही कोई और कलाकार वह फिल्म कर रहा हो। उस कलाकार को इंडस्ट्री में रहना है तो भाई को फिल्म देनी ही पड़ती है।
हालांकि सलमान खान अपने कॅरियर के उतार पर हैं और उनको अब ये ट्रिक्स बचा नहीं सकती है। गोविंदा जैसा ही छल उन्होंने निर्देशक जोड़ी अब्बास-मुस्तन के साथ किया था। निर्माता रमेश तौरानी ने ‘रेस’ के दोनों भाग अब्बास-मुस्तन से निर्देशित करवाए थे। ये दोनों फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर बहुत सफल रही थी।
इसका तीसरा भाग बनाने की बात आई तो सलमान खान इस निर्देशक जोड़ी को बाहर कर एक नौसिखिया निर्देशक रेमो डिसूजा को फिल्म दिलवा दी। सलमान खान इसमें हीरो बने और लाभ कमाने की गरज से सह निर्माता भी बन बैठे। फिल्म का हश्र बहुत बुरा हुआ।
उस पर से अब्बास-मुस्तन का गोल्डन टच नदारद था। वे ही रेस के असली हीरो थे, जिन्हे सलमान ने बाहर फेंक दिया। गोविंदा की पीड़ा बहुत वर्षों बाद ऐसे एक इंटरव्यू में व्यक्त हुई। बॉलीवुड में आप सलमान खान नामक व्यक्ति के विरुद्ध नहीं हो सकते। यदि आप जुबान खोलते हैं तो निश्चय ही आपकी गति विवेक ओबेरॉय और अरिजीत सिंह जैसी हो सकती है।
सलमान खान नंबर वन की कुर्सी को कब्जाए रखना चाहते हैं। कला के क्षेत्र में ये संभव ही नहीं है कि लोकप्रियता को किसी रस्से से बांधा जा सके। लोकप्रियता को रस्से से बांधने की कोशिश अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर भी कर चुके हैं। सन 2017 में आई फिल्म ‘टाइगर ज़िंदा है’ उनकी आखिरी सफल फिल्म थी।
इसके बाद उनकी ‘रेस-3’ बुरी तरह फ्लॉप हुई थी। सलमान खान के उतार के दिन शुरु हो चुके हैं। इस उतार में अब बॉलीवुड का विरोध भी शामिल हो गया है। बॉयकॉट के कारण उनके टीवी शो ‘बिग बॉस’ को बहुत आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है।
एक समय बॉक्स ऑफिस पर सफलता की गारंटी देने वाला सलमान का नाम अब उतना प्रभावी नहीं रहा है। जब उनकी कोई फिल्म फ्लोर पर होती है तो वे खेत जाकर फोटो सेशन करवाते हैं। सिख पुलिस अधिकारी के गेटअप में उनकी नई फिल्म ‘अंतिम’ का प्रोमो आजकल टीवी पर आ रहा है।
54 साल के सलमान इस गेटअप में एक अधेड़ सिख दिखाई दे रहे हैं। ये गेटअप उनको संकेत दे रहा है कि सिंहासन पर बैठने के दिन बीत चुके हैं। हालांकि उनका अहंकार उन्हें इस कुर्सी से उठने नहीं दे रहा है। एक सुबह जब वे जागेंगे तो पाएंगे कि उनकी प्रिय नंबर वन की कुर्सी अब उनके पास नहीं है। बॉलीवुड में ऐसे ही रातोरात कुर्सियां बदल जाया करती हैं।
सलमान भाई से जलो मत बे सलमान कल भी स्टार था आज भी स्टार है और आगे भी रहेगा कुर्सी पर कोई भी रहे राज सलमान भाई का ही रहेगा
तेरे पापा ने बड़ो से बात करना नही सिखाया। पहले तमीज़ सीखकर आ।
Kya bol hai bhai… Bhai ke fans ki bato main dum hai…. Good bhai
Sawal hi nahi utta tha salaman Khan is a real hero and Good man??
Figer zinda hai bhi ek bakwas film thi…..
फ़ालतू आदमी है । ना एक्टिंग का पता है ना एक्शन का । मोनोपली चला रहा है पैसे कै दुम पर । यह आदमी जब से फिल्म इंडस्ट्री मै आया है तब से पिक्चरदेखने मै पहले जैसा मजा नहीं हैं । गोविंदा कादर खान झोनी लीवर कै साथ original comedy भी गायब हो गई है ।
इस आदमी की नजर लग गई हैं ।
Salman is now old man and after few(year) time you will never ever see him again as a solo actor…His sun is now going to be set very soon forever…