छत्तीसगढ़ में हमले का मास्टरमाइंड माओवादी हिदमा है, जिसके रिश्ते ‘द वायर’ वाले सिद्धार्थ वरदराजन की शहरी माओवादी और दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पत्नी नंदिनी सुंदर और बेला भाटिया से है।
इस मुद्दे पर Sandeep Deo का Video
नंदिनी सुंदर को बचाने में सुप्रीम कोर्ट और यूपीए सरकार की बड़ी भूमिका थी। बाद में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही इस पर दर्ज एक आदिवासी की हत्या का केस हटाकर इसे क्लीन चिट दे दिया गया।
जब तक यह केस नहीं हटा तब तक सुप्रीम कोर्ट इसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाती रही। छत्तीसगढ़ में माओवादियों ने निपटने के लिए बनाए गये ‘सलवा जुडुम’ अभियान को रोकने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट ने इसी नंदिनी सुंदर और शहरी माओवादियों के गिरोह की बात मानी थी।
जंगलों से माओवादियों को नष्ट करना है तो पहले शहरी माओवादियों को नष्ट करना होगा, जो देश की अदालतों, मीडिया, विश्वविद्यालयों, एकेडमिया में भरा पड़ा है! वार दो तरफा करना होगा, तभी माओवादियों का समूल विनाश संभव है।