अर्चना कुमारी । अजय राज शर्मा तथा राकेश अस्थाना के बाद संजय अरोड़ा तीसरे आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्हें दिल्ली पुलिस के आयुक्त के तौर पर दूसरे कैडर से तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर संजय अराेड़ा तमिलनाडु कैडर के है और सोमवार को अपना वह चार्ज लेंगे।
इससे पहले शनिवार को दिनभर राकेश अस्थाना को छह महीने का सेवा विस्तार का चर्चा चलती रही लेकिन संजय अरोड़ा इस बीच नए पुलिस आयुक्त के तौर पर नियुक्त हो गए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि 1988 बैच के आईपीएस संजय अरोड़ा तमिलनाडु कैडर के अधिकारी हैं लेकिन गृह मंत्रालय ने उनका तबादला एजीएमयूटी कैडर में कर दिया है।
फिलहाल संजय अरोरा आईटीबीपी के महानिदेशक के पद पर तैनात थे । जयपुर के रहने वाले संजय अरोड़ा ने मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर (राजस्थान) से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक किया और उनकी उपलब्धि चंदन तस्कर वीरप्पन को खात्मा करने से लेकर भारत चीन सीमा पर अपनी ड्यूटी जिम्मेवारी से निभाने को लेकर की जाती है।
उन्हें इस शौर्य के लिए मुख्यमंत्री के वीरता पदक से सम्मानित किया गया था जबकि साल 1991 में उन्होंने एनएसजी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उस समय लिट्टे के आतंकवाद का दौर चरम पर था और उन्होंने तमिलनाडु के विभिन्न जिलों के पुलिस अधीक्षक के रूप में भी कार्य किया है लेकिन उनकी तैनाती के बाद दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों में अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि उन्हें अपने कैडर का लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा। दिल्ली पुलिस में तैनात अधिकारियों ने बताया है कि इससे एक गलत परंपरा की शुरुआत की गई है ,पहले ऐसा नहीं होता था। अब देखना होगा संजय अरोड़ा दिल्ली की कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने में कितने सफल होंगे।