Archana Kumari. एंटीलिया और मनसुख मौत के बाद महाराष्ट्र में मची राजनीतिक घमासान को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का बयान सुर्खियों में है। उन्होंने सियासी खींचतान के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने ऐसा बयान दिया है, जिससे शिवसेना और कांग्रेस के मतभेद खुलकर सामने आ गए। उनका कहना है कि संजय राउत अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार के प्रवक्ता बन गए हैं।
इस तरह का बयान देकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह बताया है कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने किस तरह की आंख मिचौली चल रही है। इससे कांग्रेस पार्टी कतई खुश नहीं है और आने वाले दिनों में तीनों राजनीतिक दलों के बीच संबंध कड़वे हो सकते हैं। दरअसल महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है और प्रदेश सरकार में शामिल कांग्रेस ने शिवसेना और शरद पवार पर ही हमला बोल दिया ।
कांग्रेसी एंटीलिया और मनसुख मौत मामले को लेकर प्रदेश सरकार से बिल्कुल खुश नहीं है और खासकर जांच को लेकर हुई मुंबई पुलिस की किरकिरी से कांग्रेस पार्टी खासा नाराज है । कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने साफ कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार के प्रवक्ता बन गए हैं और उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि संजय राउत ने कहा था कि शरद पवार को यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA )का अध्यक्ष बना देना चाहिए।
ज्ञात हो कि इस पद पर इस समय सोनिया गांधी तैनात है। नाना पटोले को लगता है कि संजय राऊत शिवसेना सुप्रीमो शरद पवार की चमचागिरी कर रहे हैं और उन्होंने इस तरह का बयान देकर सोनिया गांधी का अपमान किया है। सनद रहे कि शिवसेना के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी की सरकार का हिस्सा कांग्रेस भी है। प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने संजय राउत पर हमला करते हुए कहा, संजय राउत शरद पवार के प्रवक्ता बन गए हैं।
शिवसेना यूपीए का हिस्सा नहीं है। इसलिए उन्हें इस तरह का बयान देने का कोई अधिकार नहीं। उन्होंने आगे कहा कि वो इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। हम अपनी लीडरशिप को लेकर ऐसे किसी भी बयान को स्वीकार नहीं करेंगे। नाना पटोले को लगता है कि संजय राउत ने कांग्रेस पार्टी को चिढ़ाने के लिए इस तरह का बयान दिया और उन्होंने अब तक इस तरह के बयान को लेकर माफी भी नहीं मांगी है।
संजय राऊत जो खुद को उद्धव ठाकरे का हनुमान बताते हैं और अपने उल्टे सीधे बयान के चलते हमेशा मीडिया में सुर्खियां बटोरना चाहते हैं, इस तरह शरद पवार के पक्ष में बयान देकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी का अपमान किया। गौरतलब है कि दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया था और उन्होंने कहा था, अगर आप देश में विपक्ष को मजबूत करना चाहते हैं, तो शरद पवार जैसे नेता को यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उनकी लीडरशिप सभी को स्वीकार्य है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस और शिवसेना के बीच इस जुबानी जंग को दो बिल्लियों का झगड़ा”कैट फाइट” बताया । उनका कहना है कि टीम का 16वां खिलाड़ी मांग कर रहा है कि किसे कैप्टन होना चाहिए । जो टीम से बाहर होता है, उसकी ऐसी किसी मांग की कोई वैल्यू नहीं होती और संजय राऊत बाहरी टीम शिवसेना का 16 वा खिलाड़ी है।