अर्चना कुमारी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक और भाजपा के संगठन महामंत्री रहे रामलाल की भतीजी जब अपने मुस्लिम बॉयफ्रेंड से शादी की थी तब खूब बवाल मचा था क्योंकि लव जिहाद को लेकर मुखर रहने वाली भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी अपने ही घर की बेटी को संभाल नहीं पाय और वह दूसरे धर्म में शादी कर ली थी।
आमतौर पर हिंदू बेटियों के मुसलमानों से शादी होने पर संघ परिवार तथा इससे जुड़े लोग खूब हो-हल्ला मचाते रहते हैं लेकिन संघ के इतने बड़े अधिकारी की भतीजी ने जब मुस्लिम से शादी कर दी तब इनकी आलोचना नहीं की गई जबकि शादी समारोह में बड़े-बड़े लोग शिरकत करते हुए नजर आए थे। हालांकि सोशल मीडिया पर रामलाल की भतीजी श्रेया गुप्ता और फैजान करीम की शादी को लेकर खूब तंज कसे गए।
एक शख्स ने ट्वीट किया, ‘फैजान करीम से मिलिए। उन्होंने बीजेपी के महामंत्री रामलाल की भतीजी से शादी की है। आदित्यनाथ भी इस शादी में शामिल हुए।’ एक अन्य शख्स ने लिखा, ‘रामलाल ने योगी आदित्यनाथ की पीठ में चाकू घोंपा है।’ दामोदर नामक यूजर ने भी आरएसएस और बीजेपी पर तीखा हमला बोला था और ट्वीट किया, ‘बीजेपी को शर्म आनी चाहिए। संगठन मंत्री रामलाल की भतीजी ने मुसलमान लड़के से शादी की है। यह डॉक्टर हेडगेवार का आरएसएस नहीं है। हम हिंदू आरएसएस पर अपना विश्वास खो चुके हैं, क्योंकि आप अपनी बेटियों को लव जिहाद से सुरक्षित नहीं रख सके। हिन्दुओं को आरएसएस छोड़ देना चाहिए।’ पिछले कुछ दिनों से आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत भी कथित तौर पर जिहादियों की भाषा बोलते नजर आते हैं।
वह मस्जिद और दरगाह की चक्कर लगाकर यह साबित करना चाहते हैं कि हिंदू और मुस्लिम का डीएनए एक है। वह मुस्लिम प्रेम में हिंदुओं के देवी देवता और धार्मिक ग्रंथों पर भी सवाल उठा रहे हैं और तो और वह कृष्ण जरासंघ काल के दो सेनापतियों को समलैंगिक भी बता चुके हैं। लेकिन संघ नेताओं के मुस्लिम कथित प्रेम का असर अब उनके कार्यकर्ताओं पर भी पड़ने लगा है और यही वजह है कि देश की राजधानी में स्थित नेताजी सुभाष प्लेस के शकूरपुर इलाके में घर में घुसकर एक किशोरी को एक मुस्लिम लड़के ने किडनैप कर दिया।
लड़की ब्राह्मण जाति की है जबकि आरोपी मुस्लिम युवक किडनैप की गई लड़की को लेकर कहां चला गया, यह पता दिल्ली पुलिस नहीं लगा पाई है। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के कद्दावर गृह मंत्री अमित शाह के अधीन दिल्ली पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने थाने के बाहर खूब हंगामा भी किया लेकिन इसका कोई असर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर अब तक नहीं पड़ा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि परिवार का आरोप है कि आरोपी मां को कमरे में बंद कर किशोरी को अगवा कर ले जाया गया और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
पीड़ित परिवार की शिकायत पर नेताजी सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। बुधवार रात पीड़ित परिवार के साथ स्थानीय लोगों ने थाने पहुंचकर हंगामा किया और किशोरी को जल्द बरामद करने की मांग की। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत करवाया। दिल्ली पुलिस सूत्रों का दावा है मंगलवार दोपहर पुलिस को सूचना मिली कि शकूरपुर के एम ब्लॉक में एक किशोरी को उसके घर से अगवा कर लिया गया है। इस तरह की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
जहां किशोरी की मां मिली। उसने बताया कि वह अपने पति और चार बच्चों के साथ एम ब्लॉक में रहती हैं। उसके पति गोशाला में काम करते हैं। 20 दिन पहले ही वह यहां किराये के मकान में रहने आई थी। उसके पति अभी गांव गए हैं। पहले जिस मकान में रहती थी वहां उसके पड़ोस में आजाद आलम उर्फ साहिल नाम का युवक रहता था। मंगलवार दोपहर आजाद उसके घर आया।
उस समय वह अपनी 15 वर्षीय बेटी के साथ घर में मौजूद थी। उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी बेटी को खींचकर अपने साथ ले गया। आरोपी घटना के वक्त नशे में धुत था और कोई हथियार भी साथ लाया था।