अर्चना कुमारी। करोना काल में सोशल मीडिया के जरिए ठगी की जा रही है और एक शातिर को ऑनलाइन ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया । शातिर आरोपी ऑनलाइन ऑक्सीजन दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा था ।
पुलिस का कहना है कि आरोपी की पहचान पवन कुमार (24) के रूप में हुई है। पुलिस अनुसार आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन, सिमकार्ड, कैश निकालते हुए सीसीटीवी फुटेज बरामद की है।
पुलिस ने पवन के दूसरे साथी सलमान की तलाश पुलिस को है। पुलिस ने आरोपी का केनरा बैंक स्थित खाता भी फ्रीज करवा दिया है। उसमें 7800 रुपये मिले हैं।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि आयशा फलक नामक महिला ने बाराखंभा रोड थाने में ठगी की शिकायत दी थी। उसका कहना था कि पिछले दिनों उसने व्हाट्एएप पर फरीदाबाद की एक ऑक्सीजन एजेंसी की डिटेल देखी थी। उसका कहना था कि जैन एजेंसी ने दावा किया हुआ था कि वह 25 हजार रुपये में ऑक्सीजन सिलिंडर घर पर उपलब्ध करवा देंगे।
इसके बाद पीड़िता ने आरोपी के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो आरोपी ने केनरा बैंक का एक खाता देकर उसमें पांच हजार रुपये एडवांस डालने के लिए कहा। जिसके बाद आयशा ने ऐसा ही किया, लेकिन न तो आरोपी ने सिलिंडर भेजा और न ही उसने रुपये वापस किए।पीड़िता की शिकायत पर तीन मई को पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
पुलिस का कहना है कि पुलिस ने बैंक खाते के आधार पर उसकी स्टेटमेंट और केवाईसी निकाला। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने सिमकार्ड ओडिशा के पते पर फर्जी आईडी के आधार पर किसी संजीत कुमार जेना के नाम से लिया हुआ था।
इस जानकारी के बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी की पड़ताल की तो पता चला कि उसकी लोकेशन भरतपुर राजस्थान की है। जिसके बाद पवन नामक आरोपी युवक धोखाधड़ी कर रहा है।
इस पर एक टीम को भरतपुर भेज दिया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के समक्ष पवन ने बताया कि उसने सलमान की मदद से फर्जी आईडी पर बैंक खाता और सिमकार्ड लिया था।
सलमान उसके पास के गांव का रहने वाला है। पुलिस की रेड का पता चलते ही सलमान फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस काा कहना है इस रैकेट में कई और आरोपी शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान कर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।