अर्चना कुमारी। जब से प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने देश का कमाल संभाला है तब से देश भर में सीरियल ब्लास्ट ना के बराबर हुए हैं। लेकिन इस दौरान कुछ घटनाएं भी अवश्य हुए हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था तार-तार हुई । उनमें राजधानी के अति सुरक्षित माने जाने वाले इजराइली दूतावास के पास 29 जनवरी 2021 शुक्रवार शाम को हुए आईईडी ब्लास्ट मामला शामिल है।
इस मामले में नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने दो संदिग्ध की फोटो जारी कर उन पर 10-10 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया । राष्ट्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि इसके साथ ही दोनों संदिग्ध को वांछित भी घोषित कर दिया है, यदि कोई इसके बारे में जानकारी देता है तो यह महत्वपूर्ण सूचनाएं गोपनीय रखी जाएगी।
एनआईए सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने उक्त घटना में घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, इसमें उन्हें एक वीड़ियों फुटेज मिली, जो 29 सेंकेड की है। वीड़ियों में एनआईए को दो संदिग्ध व्यक्ति दिखे ,जो घटना स्थल के पास दिखाई दिये। हांलाकि की अभी तक इनका पता नहीं चल पाया है कि यह दोनों संदिग्ध कौन है।
दोनों स्लीपर सेल हो सकते हैं या फिर किसी के निर्देश पर विस्फोटक रखते कैमरे में कैद हुए हैं। गौरतलब है कि इजराइली दूतावास के पास 29 जनवरी 2021 की शाम अचानक आईईडी ब्लास्ट हुआ। गनीमत रही इस ब्लास्ट से सिर्फ तीन कारों को नुकसान पहुंचा। जबकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। ब्लास्ट की यह घटना दूतावास की इमारत से करीब 150 मीटर की दूरी पर अति सुरक्षित इलाके में हुई।
मामले की जांच शुरू में दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल ने शुरू की। बाद में केस को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हवाले कर दिया गया था । इजरायल की गुप्तचर संस्था मोसाद भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जुड़े रहे और अब संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी गई है। वैसे इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान जरूर खड़ा कर दिया था।
यह ब्लास्ट ऐसे समय में हुआ था जब महज दो किलोमीटर की दूरी पर राजधानी के विजय चौक पर गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के लिए बीटिंग द रिट्रीट का आयोजन किया गया था। जिस समय दूतावास के पास धमाका हुआ उस समय बीटिंग द रिट्रीट चल रही थी। समारोह की वजह से राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और डिफेन्स अधिकारी पहुंचे हुए थे। ऐसे में इजराइल दूतावास के पास ब्लास्ट होना अपने-आप मे चौंकाने वाली घटना थी और अब तक इस केस की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है।