सबसे पहले तो उदघाटन समारोह में वोकनेस/वोक कल्चर का अजेंडा खुल कर दिखाया गया
फिर दक्षिण कोरिया को उत्तरी कोरिया बता कर introduce करवा दिया गया
एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी से दिन दहाड़े लूटपाट हो गयी
खेलगाँव में खाने की भयंकर कमी है – जी हाँ आपने सही सुना – खाने की कमी के कारण खिलाड़ियों को मनपसंद खाना मिलना तो दूर जो है वह भी राशन में मिल रहा है । इसी वजह से कई देशों के खेल संघ ने अपने खुद के रसोइये भेजे हैं खिलाड़ियों के साथ ।
खेलगाँव में खिलाड़ियों को कार्डबोर्ड के पलंग और प्लास्टिक फ़ोम के गद्दे दिये गए हैं जो बहुत ही असुविधाजनक हैं जिसके लिए कई खिलाड़ी शिकायत करते पाये गए हैं ।
पर्यावरण‘ बचाने के लिए कमरों में भरी गर्मी में एसी नहीं लगाए गए हैं । भारतीय खिलाड़ी तो किसी तरह चला लेते होंगे, नॉर्वे स्वीडन आदि के खिलाड़ी कैसे चला पाते होंगे ? कई देशों के खिलाड़ियों ने अपने पोर्टबल एसी कमरों मे लगा रखे हैं ।
सबसे खतरनाक बात, बहुत तेज़ बारिश की स्थिति में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के ओवरफ्लो हो जाने की वजह से पेरिस की मुख्य नदी सेन में म_ल भर जाने की संभावना है …. और ऐसी स्थिति में वॉटर स्पोर्ट्स कहाँ होंगे इस पर संशय है क्यूंकी पेरिस ऑलिंपिक आयोजन कमेटी ने कोई रिजर्व स्थान इस बाबत घोषित नही किया है ।
USA की खिलाड़ी ने बताया कि 5 प्लेयर्स से 1 बाथरूम शेयर कराई जा रही है।
कैनेडियन स्विमर ने Live TV पर Vomit कर दिया क्योंकि सीन नदी के गंदे पानी में उसे तैराया गया।
इटली की महिला बॉक्सर से Imane khelif जैसा मर्द लड़ा दिया।
फ़्रांस विश्व की सातवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है बता दूँ … ब्राज़ील जैसे गरीब देश में रियो 2016 ऑलिंपिक खेलों में भी ऐसी गड़बड़ियाँ नहीं देखी गयी थी।
Paris Olympics में जितना कुछ हो रहा है अगर यही हमारे देश के किसी वर्ल्ड इवेंट में हो गया होता तो ये यूरोप वाले ज़मीन सर पर उठा लेते।
Paris Olympics में इतना सब हो रहा है मगर कोई कुछ भी नहीं कहेगा मगर यही India या किसी एशियन देश में हो जाता तो सभी अंग्रेज़ों के पेट दर्द होने लगता।
लेखक अज्ञात