अर्चना कुमारी। कोविड-19 की लड़ाई में वैक्सीन-कोविशील्ड उत्पादन करने वाली महाराष्ट्र में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख अदार पूनावाला को जान का खतरा है और इस वजह से देशभर में उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मुहैया कराया गया है।
विभिन्न समूहों से मिल रहे धमकियों के मद्देनजर सिरम इंस्टीट्यूट ने अपने सीईओ की सुरक्षा की गुहार लगाई थी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने पूनावाला को जान का खतरा देखते हुए ये आदेश जारी किए।
सूत्रों का दावा है वाई श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं और सुरक्षा पाए व्यक्ति को चारों तरफ से घेर कर उन्हें सिक्योरिटी कबर देते हैं।सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भारतीय संस्थान है जो टीके सहित प्रतिरक्षात्मक दवाओं निर्माण करती है ।
इसकी स्थापना 1966 में साइरस पूनावाला ने की थी। इस समय सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के वैक्सीन-कोविशील्ड बना रही है और साइरस पूनावाला के बेटे अदार ने विदेश से पढ़ाई की है इसके बाद उसे कंपनी का सीईओ बना दिया गया।
विदेश से पढ़ाई कर वापस भारत लौटने के बाद उन्होंने पिता के बिजनेस में हाथ बंटाना शुरू किया और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऊंचाई पर पहुंचाने में अदार का अहम योगदान रहा है । महाराष्ट्र के पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कैंपस करीब 100 एकड़ एरिया में फैला हुआ है जिसमें तमाम सुविधाएं मौजूद हैं।
भारत सरकार का कहना है कि कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन बना रही भारत की प्रमुख कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला को धमकियां मिल रही थीं। ऐसे में सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है।
अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सशस्त्र कमांडो हर वक्त पूनावाला के साथ रहेंगे और वे कारोबारी के साथ तब भी रहेंगे, जब वह देश के किसी भी हिस्से की यात्रा कर रहे होंगे।
सिरम इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने 16 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर पूनावाला को सुरक्षा देने का आग्रह किया था जिसके बाद केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है।
प्रकाश कुमार सिंह ने यह भी कहा था ‘हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊर्जावान नेतृत्व में भारत सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलकर कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने राज्यों को बेचे जाने वाले टीके की कीमत घटा दी। इससे राज्यों को अब टीके के लिये पहले घोषित 400 रुपये प्रति डोज (खुराक) की जगह 300 रुपये प्रति खुराक की दर से होंगे।
कंपनी की कीमत नीति का लेकर व्यापक स्तर पर आलोचना के बाद यह कदम उठाया गया है क्योंकि सीरम इंस्टिट्यूट अपनी वैक्सीन कोविशील्ड केंद्र सरकार को 150 रुपये प्रति खुराक की दर से दे रही है। इससे राज्यों को हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी। इससे और टीकाकरण हो सकेगा तथा अनगिनत जीवन बचाए जा सकेंगे।