अर्चना कुमारी । एक बार फिर दिल्ली में 60 करोड़ रुपए की हेरोइन के साथ 7 तस्कर पकड़े गए। आरोपियों की पहचान फिरोज आलम (32),राणा सिंह (30),सतीश कुमार (32),टीका राम (31),इमरान अली (37),जहीर वक्श (49) और हनीफ अंसारी (52) के तौर पर हुई है। इनके कब्जे से 15.050 किलो ग्राम हेरोइन बरामद की है, और इसका मूल्य ₹60 करोड़ से अधिक बताया जाता है ।
बरामद हेरोइन को दिल्ली-एनसीआर में छोटे-बड़े ड्रग्स डीलरों को सप्लाई करना था। दावा है कि इसके साथ ही सेल ने तस्करी में इस्तेमाल इनोवा, होंडा सिविक व अर्टिगा कारें भी जब्त कर ली है। पुलिस सूत्रों का दावा है झारखंड के वन क्षेत्रों से हेरोइन खरीदकर उसे दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करने में सक्रिय तस्करों को मूवमेंट के दौरान पकड़ा गया ।
पहले ऑपरेशन में टीम ने मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र से ड्रग सिंडिकेट के मुख्य सदस्य फिरोज आलम व उसके सहयोगी राणा सिंह को ग्रे रंग की होंडा सिविक कार में के साथ पकड़ा। तलाशी लेने पर फिरोज आलम के पास से 2.502 किलो व राणा सिंह से दो किलो हेरोइन बरामद की गई। दोनों से पूछताछ के बाद इनके दो अन्य साथी सतीश कुमार और टीका राम को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। सतीश कुमार की अर्टिगा कार से 550 ग्राम हेरोइन बरामद हुई।
दूसरे ऑपरेशन में टीम ने दो ड्रग्स तस्कर इमरान अली व जहीर बक्स को सुंदर नगरी से गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से आठ किलो हेरोइन बरामद की गई। इनसे पूछताछ के बाद हनीफ अंसारी को बरेली रेलवे स्टेशन से दो किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया। फिरोज आलम पिछले 11 साल से ड्रग्स की तस्करी में लिप्त है। इसे आईपी एस्टेट थाना पुलिस ने 2011 में भी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
जिससे वह 2011 से 2020 तक जेल में रहा। जेल में वह दीपक राही के संपर्क में आया था जो मकोका और एनडीपीएस के मामलों में जेल में था और उसने अपने सहयोगी राणा सिंह के साथ दिल्ली-एनसीआर में अवैध ड्रग्स की स्पलाई करता था। जमानत पर बाहर आकर उसने राणा सिंह के साथ फिर से तस्करी का धंधा शुरू कर दिया। सभी सातों तस्करों के खिलाफ दिल्ली व उत्तर प्रदेश में कई मामले दर्ज हैं।