अर्चना कुमारी। आरोप है कि इस आरोपी ने फेसबुक, व्हाट्सएप, टेलीग्राम और टिंडर ऐप आदि जैसे विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म पर दोस्ती के जरिए 200 से ज्यादा लोगों को अश्लील वीडियो भेजकर उनसे रंगदारी वसूलने की बात स्वीकार की है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि शातिर आरोपी और उसका गिरोह अपने शिकार को लुभाने के लिए आकर्षक लड़कियों की फर्जी आईडी का इस्तेमाल करते हैं।आरोपी विभिन्न सोशल एप पर आकर्षक लड़कियों के प्रोफाइल नामों और तस्वीरों के साथ फर्जी आईडी तैयार करते हैं और सोशल प्लेटफॉर्म पर संभावित ‘पीड़ितों’ को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं।
दोस्त बनने के बाद वे अपने व्हाट्सएप नंबर साझा करते हैं और ‘सेक्सटिंग’ शुरू करते हैं। सेक्सटिंग’ के जरिए उन्हें फंसाने के बाद आरोपी पीड़िता को वीडियो कॉल की पेशकश करते हैं और उन्हें एक लड़की को कपड़े उतारते हुए दिखाते हैं। वे पीड़ितों को अपने कपड़े खुद उतारने के लिए आमंत्रित करते हैं और धोखा देते है। एपिसोड के दौरान, कोई वॉयस कॉल नहीं की जाती है और पीड़ित को यह विश्वास हो जाता है कि वह एक लड़की के साथ बातचीत कर रहा है। अश्लील वीडियो बनने के बाद यौन शोषण करने वाले पैसे की मांग करने लगते हैं।
इस “सेक्सटॉर्शनिस्ट गैंग” के शिकार पूरे भारत में फैले हुए हैं, लेकिन ज्यादातर दिल्ली, एनसीआर, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दक्षिण भारत में वारदात को अंजाम दिया जाता है जबकि इस गिरोह के दो और आरोपी फरार हैं जिनके नाम समयदीन निवासी भरतपुर, राजस्थान। आयु लगभग- 32 वर्ष कथा मुनफेड निवासी अलवर, राजस्थान। आयु लगभग- 30 वर्ष है ।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि नखरुद्दीन स्कूल छोड़ चुका है और उसने 7वीं तक पढ़ाई की है । वह फिरोजपुर झिरका में ट्रैक्टर मैकेनिक और पेट्रोल पंप पर मैकेनिक का काम करता था। करीब 2 साल पहले उसकी मुलाकात समयदीन और मुनफेड से हुई थी। वह उनके गिरोह में शामिल हो गया और नकली OLX प्रोफाइल पर लोगों को ठगना शुरू कर दिया। हाल ही में, गिरोह ने यौन शोषण में लिप्त होना शुरू कर दिया था क्योंकि उनके अधिकांश पीड़ित कभी भी शर्मिंदगी के कारण पुलिस में शिकायत नहीं करते थे। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले
सोशल मीडिया पर खूबसूरत लड़कियों की फर्जी प्रोफाइल बनाकर वसूली करने वाले गैंग के माइस्टरमाइंड को क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा था । उस गिरोह में आरोपी 23 वर्षीय बरकत अली था और उसके गिरोह में कई अन्य लोग शामिल हैं। यह गैंग देश भर में ‘सेक्सटॉर्शन’ के जाल में फंसे 200 लोगों को ठग चुका । क्राइम ब्रांच को ऐसी शिकायतें मिली थीं, जिसमें लोगों से वसूली की जा रही थी। बताया जाता है कि ये लोग सोशल मीडिया पर फर्जी नाम से खूबसूरत लड़कियों की प्रोफ़ाइल बनाते, फिर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते।
सुंदर लड़कियों को देखकर अक्सर पुरुष जाल में फंस जाता और जो दोस्ती करता उसके साथ पहले सेक्स चैट करते। इसके बाद फिर वीडियो कॉल कर फोनों सेक्स के लिए उक्साते थे। दूसरी तरफ से पॉर्न वीडियो चलाई जाती। इसी दौरान वे पीड़ित की वीडियो रिकॉर्ड कर लेते। जिसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर वसूली करते थे। दिल्ली पुलिस का दावा है कि यह गिरोह का जाल देश भर में फैला हुआ है और क्राइम ब्रांच ने इस रैकेट में शामिल आरोपी को मेवात जाकर दबोच लिया। आरोपी बरकत अली हरियाणा पलवल का रहने वाला है।
आरोपी ने पूछताछ में कबूल किया है कि वह फेसबुक, व्हॉट्सएप, टेलीग्राम, आदि सोशल मीडिया पर खूबसूरत लड़कियों की फोटो के साथ फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को जाल में फंसाते थे। रकम की डिमांड 15 से 25 हजार ही रखते थे, ताकि लोग शिकायत करने के बजाए रुपए दे दे। अक्सर लोग जाल में फंस कर इस गिरोह को रुपए ट्रांसफर कर देते थे, एक इसी तरह की शिकायत पुलिस को मिली थी जिसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हो सका।