अर्चना कुमारी । यह वही शाहिनबाग है, जहां नागरिक संशोधन कानून विधेयक के विरोध में सड़क पर मुस्लिम महिलाएं बैठी थी । कथित दादी और नानी मौके से भागी तो करोना के डर से नहीं तो करीब 100 दिनों तक वह सरकार को लगातार चुनौती देती रही।
सबसे डरपोक साबित हुई थी दिल्ली पुलिस जिसने इन कथित आंदोलनकारियों के सामने सामने घुटने टेक दिए थे लेकिन इस बार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के चलते शाहिनबाग बाग चर्चा में है । यहां पर ड्रग्स के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया गया और इस ड्रग्स कनेक्शन का सीधा संबंध तालिबान से बताया जाता है। इस पूरे प्रकरण के पीछे दुबई में बैठा तालिबान का वह हार्डकोर है ।
जिसका नाम शाहिद अहमद उर्फ बड़ा अहमद बताया जाता है और वह इस रैकेट का मास्टरमाइंड है। हैरानी की बात तो यह है कि वह एक अफगानिस्तान मूल के नागरिक के साथ मिलकर हेरोइन की खेप समुद्र के रास्ते और अटारी बोर्डर के जरिए लगातार भारत भेज रहा है और इसकी जानकारी भारतीय एजेंसियों को अब तक नहीं थी।
इसका खुलासा शाहीन बाग से गिरफ्तार हैदर तथा अन्य आरोपियों से पूछताछ के आधार पर किया गया । पुलिस सूत्रों का कहना है कि शाहीन बाग ड्रग्स कनेक्शन मामले में जल्द पांचवी अहम गिरफ्तारी हो सकती है और इससे पहले चार लोग पकड़े जा चुके हैं। गिरफ्तार किए गए चारो आरोपियों में से दो अफगानिस्तान मूल के नागरिक हैं जबकि दो अन्य भारतीय है ।
शाहीन बाग ड्रग्स केस में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की गिरफ्त में आए चारों आरोपियों को अदालत ने 7 दिन रिमांड में भेज दिया है।गौरतलब है कि एनसीबी ने जामिया नगर स्थित शाहीन बाग में एक मकान से बुधवार को हाई क्वालिटी वाली 50 किलोग्राम हेरोइन, 47 किलोग्राम मादक पदार्थ, 30 लाख रुपये नकद, नोट गिनने की मशीन और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए थे।
ड्रग्स की कीमत 350 करोड़ आंकी गई है ,इस मामले में हैदर नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था और उसके निशानदेही पर तीन आरोपी पकड़े गए।इस ड्रग्स को फ्लिपकार्ट और अन्य ई.कॉमर्स कंपनियों के गत्ते के बने पैकेटों में रखा गया था। शाहीन बाग में दबोचे गए हैदर के मुताबिक, शाहीन बाग जैसे कई ठिकाने दिल्ली एनसीआर और देश के कई राज्यों में है।
शाहीन बाग में छोटे बड़े कन्साइमेन्ट में हेरोइन लगातार आ रही थी जबकि दिल्ली के भोगल मे रह रहे अफगानिस्तान मूल के गिरफ्तार दोनों नागरिक हेरोइन की मैन्यूफैक्चरिंग के धंधे से जुड़े थे। पता चला है करीब 8 साल से शाहिद कपड़े के बिजनेस के सिलसिले में दुबई में है जहां उसकी मुलाकात तालिबानी कमांडरों से हुई और वह अफगानिस्तान के बड़े ड्रग्स कारोबाररियों के साथ मिलकर रैकेट चला रहा था। इस मामले को लेकर हैदर , कैराना से गिरफ्तार फरीद अहमद और दोनों अफगान मूल के तस्कर से पूछताछ जारी है