भारत में शाहरुख़ खान के लाखों प्रशंसक हैं। ये लाखों प्रशंसक क्या अज़ीज-उल-हसन अशाई को जानते होंगे। यदि आप शाहरुख़ के प्रशंसक हैं तो आपको आज अशाई के बारे में जानना आवश्यक है। ये वह व्यक्ति है जो शाहरुख़ खान के कई बड़े प्रोजेक्ट्स में शामिल है और कश्मीरी मूल का ये व्यक्ति विश्व के अग्रणी आर्किटेक्ट में गिना जाता है। शाहरुख़ के इस परम मित्र को दुनिया ‘टोनी अशाई’ के नाम से जानती है। टोनी अशाई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान नियाज़ी का परम मित्र है और भारत विरोधी गतिविधियों में इसकी भागीदारी पाई गई है। जिस अभिनेता की फिल्म के लिए आप पैसा खर्च करते हैं, उसका थोड़ा सा हिस्सा शाहरुख़ के इस गहरे दोस्त की जेब में भी जाता है।
सर्वविदित है कि शाहरुख़ खान ने पिछले कुछ साल में भारत से जो कमाया, वह विदेश में इन्वेस्ट किया है। उनके कई बड़े प्रोजेक्ट विभिन्न देशों में चल रहे हैं। टोनी अशाई वर्तमान में शाहरुख़ के लिए दुबई में एक आइलैंड( Boulevard) पर काम कर रहा है, जो शाहरुख ने सन 2008 में ख़रीदा था।
2.1 बिलियन की कीमत वाले इस द्वीप पर शाहरुख एक अंडरवॉटर डिस्को बनवा रहे हैं। दुबई के Palm Jumeirah स्थित शाहरुख़ का घर हो या सेंट्रल लंदन के पोश पार्क लेन का मकान हो, आर्किटेक्चर की सेवाएं टोनी अशाई से ही ली गई है। ये भी ख़बरें हैं कि शाहरुख़ की पत्नी गौरी खान भी अशाई के साथ कुछ प्रोजेक्ट्स पर मिलकर काम कर रही हैं।
टोनी का एक चेहरा ये है कि वह एक जाना-माना आर्किटेक्ट है लेकिन उसका दूसरा चेहरा एक आतंकी समर्थक का है। टोनी एक पेशेवर इंसान है और बेहद सफाई से दोनों काम अलग-अलग करता है। वह अपनी दोनों इमेज को मिक्सअप नहीं होने देता। उसका ट्विटर अकाउंट देखा जाए तो आपको भारत विरोधी कंटेंट ही नज़र आएगा।
माना जाता है कि वह जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का सक्रिय सदस्य है। ये भी कहा जाता है कि वह पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के पे-रोल पर काम करता है और इसके लिए उसको करोड़ों का भुगतान होता है। कश्मीर में पैदा हुए टोनी ने दिल्ली में आर्किटेक्चर की प्रारम्भिक शिक्षा ली। इसके बाद ही उसके विदेश जाने के रास्ते खुले और अब वह ट्विटर पर भारत को गाली देता है।
टोनी के बेटा बिलाल मुस्लिम स्टूडेंट एसोसिएशन का सदस्य है। इस अंतरराष्ट्रीय संगठन के तार ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ से जुड़े हुए हैं। सर्वविदित है कि मुस्लिम ब्रदरहुड सारे विश्व को कुरआन की राह पर चलाना चाहता है। टोनी के बारे में कहा जाता है कि वह अपने बॉलीवुड सम्पर्कों का इस्तेमाल कर भारत में पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी के फायदे के लिए करना चाहता है और इसलिए वह एक मजबूत बेस तैयार कर रहा है।
शाहरुख़ खान का ऐसे व्यक्ति के साथ प्रोजेक्ट पर काम करना उनके प्रशंसकों को कतई पसंद नहीं आएगा और उनकी छवि और खराब हो जाएगी। टोनी की भागीदारी जूही चावला और उनके पति जय मेहता के साथ भी चल रही है। अपने ट्विटर हेंडल पर वह कहता है कि फिल्म इंडस्ट्री में उसके कई गहरे दोस्त हैं।
टोनी का एजेंडा है मोदी के साथ देश का विरोध करना, हमारी सेना का विरोध करना। वह अपने ट्विटर पर कहता है कि ये कश्मीरी युवा अपनी आज़ादी के लिए पत्थरबाज़ी कर रहे हैं और ये एक दिन ज़रूर आज़ाद होंगे। टोनी की अहमियत पाकिस्तान के लिए क्या है, ये इस बात से पता चलता है कि वह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से ऑफिशियल चर्चा करने के लिए उनके घर जाता है।
जबसे इमरान गद्दी पर बैठे हैं, टोनी की उनसे दो बार मुलाक़ात हो चुकी है। इन दोनों की बातचीत को पाकिस्तानी मीडिया में प्रमुखता से जगह दी जाती है। इनकी बातचीत का विषय अधिकांशतः कश्मीर की स्वतत्रता को लेकर होता है। पाकिस्तान में उसकी पहचान कश्मीर के लिए लड़ रहे सेनानी जैसी है।
शाहरुख़ के पार्टनर टोनी के बारे में ऐसी चर्चा है कि ग्रेजुएशन के बाद उसने इटली के किसी शहर में जेकेएलएफ से मीटिंग की। इसके बाद किसी शेल कंपनी के जरिये उसे करोड़ों रूपये दिए गए। ये बहरूपिया भारत के लिए बड़ा खतरा है क्योकि ये दो चेहरे लेकर चलता है।
पश्चिमी देशों में ये बड़ा आर्किटेक्ट है और पाकिस्तान में कश्मीर की आज़ादी का मसीहा। जो व्यक्ति दुश्मन देश के प्रधानमंत्री के साथ जाकर ये मीटिंग करें कि कश्मीर को भारत से कैसे आज़ाद कराना है, उसके भारत में शाहरुख़ खान और जूही चावला जैसे क्लाइंट हो तो इसे कतई स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।
शाहरुख़ और जूही चावला के टोनी के साथ व्यापारिक संबंधों की जांच आवश्यक है। गौरतलब है कि शाहरुख़ खान स्वयं पैसों की अनियमितताओं को लेकर कई बार फंस चुके हैं। साल 2015 में प्रवर्तन निदेशालय ने नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लि. के शेयर अभिनेत्री जुही चावला के पति जय मेहता की मॉरीशस स्थित कंपनी को बेचे जाने के मामले में नियमों का कथित रूप से पालन नहीं करने को लेकर शाहरुख खान को तीन बार सम्मन भेजा था। मामला 2008-09 में नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लि. (केआरएसपीएल) के शेयर बिक्री से जुड़ा है। यह कंपनी शाहरुख की रेड चिली की है जिसमें चावला और उनके पति भी हिस्सेदार हैं।
कायदे से इन फ़िल्मी हस्तियों पर जांच बैठनी चाहिए क्योंकि ये लोग ऐसे आदमी से डील कर रहे हैं, जो भारत विरोधी गतिविधियों में सलंग्न है और कश्मीर में इसकी भूमिका पर बड़ा संदेह है। जब वह कश्मीर में था तो अजीज नाम लगाता था। फिर वह अमेरिका गया तो नाम बदलकर टोनी रख लिया।
उसने एक बार कहा था कि ‘अजीज’ नाम से मुझे पश्चिम में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उसकी पत्नी जमीला ह्यूस्टन में डॉक्टर है। उसके दो बच्चे हैं, सिमोन और बिली। उसकी निजी ज़िंदगी में उसकी जेहादी विचारधारा की कोई जगह नहीं है। टोनी ने अपने बच्चों के नाम तक इस्लामिक नहीं रखे हैं लेकिन कश्मीर में उसके चेहरे पर कश्मीरी फाइटर का मुखौटा चिपक जाता है। ऐसा व्यक्ति शाहरुख़ को अपनी सेवाएं दे रहा है। इनकी इस घनिष्ठता पर खुफिया एजेंसियों को संदेह क्यों नहीं होता है।