Archana Kumari. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के समर्थन में उनका बचाव करते दिखे । पहले यह कयास लगाया जा रहा था कि परमवीर सिंह के आरोपों के बाद अनिल देशमुख इस्तीफा दे देंगे और जयंत पाटील हो सकते हैं महाराष्ट्र के अगले गृह मंत्री लेकिन इसके बाद एक बार फिर अफवाह का दौर चला और कहा गया कि दिलीप बलसे नए गृह मंत्री हो सकते हैं लेकिन सोमवार को शरद पवार ने प्रेस वार्ता आयोजित करके खुलकर अनिल देशमुख का बचाव किया।
इस मुद्दे पर Sandeep Deo का Video
इस बीच मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की और कहा उनके आरोपों के मद्देनजर सीबीआई जांच की अनुमति दी जाए । वकील मुकुल रोहतगी उनका न्यायालय में पक्ष रखेंगे जबकि परमवीर सिंह ने अनिल देशमुख के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को कब्जे में लिए जाने की मांग की है।
महाराष्ट्र में आए राजनीतिक तूफान के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा जिस समय का जिक्र परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख से मिलने का चिट्ठी में किया, उस वक्त अनिल देशमुख नागपुर के अस्पताल में कोरोना का इलाज करा रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे पास इसका रिकॉर्ड है । शरद पवार ने कहा कि 5 से 15 फरवरी तक महाराष्ट्र् गृहमंत्री अनिल देशमुख अस्पताल में भर्ती थे और 15 फरवरी से 27 फरवरी तक वह घर पर ही कोरोना की जंग लड़ रहे थे।
शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि अनिल देशमुख और सचिन वझे के बीच बातचीत के आरोप गलत हैं, क्योंकि फरवरी महीने में देशमुख अस्पताल में भर्ती थे. इस दौरान शरद पवार ने अनिल देशमुख के अस्पताल में भर्ती होने का पर्चा भी दिखाया और कहा कि कोरोना वायरस की संक्रमण की वजह से वह 5 से 15 फरवरी तक नागपुर के अस्पताल में भर्ती थे. इसके बाद 16 फरवरी से 27 फरवरी तक वह होम आइसोलेशन में थे. शरद पवार ने कहा, ‘इससे यह साफ हो जाताया है कि अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोप गलत थे, ऐसे में उनके इस्तीफे का सवाल नहीं उठता है. परमबीर सिंह के आरोपों से महाराष्ट्र सरकार पर कुछ असर नहीं पड़ेगा.’
उन्होंने परमबीर सिंह के आरोपों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले एक महीने से वाह चुप क्यों थे? अगर उन्हें गृहमंत्री की बात सही नहीं लगी थी तो उस समय क्यों नहीं बोले। उन्होंने एक बार फिर कहा कि जब ये बात साफ हो गई है कि जिस समय की बात परमबीर सिंह ने अपने आरोप में कर रहे हैं, उस वक्त देशमुख अस्पताल में थे, ऐसे में उनके इस्तीफे की बात ही कहीं नहीं आती है।
शरद पवार ने कहा कि परमबीर सिंह का दावा पूरी तरह से निराधार और गलत है । इसी तरह का बयान एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने भी दिया और कहा मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह झूठे हैं और चिट्ठी उनके ट्रांसफर के बाद लिखी गई है। उन्होंने ये चिट्ठी पहले क्यों नहीं लिखी जबकि फरवरी में देशमुख अस्पताल में भर्ती थे, उसके बाद वे होम क्वारंटीन में चले गए। उन्होंने कहा कि ये सब सरकार को बदनाम करने की साजिश है। अनिल देशमुख मसले पर संजय राउत का कहना है कि ऐसे सबका इस्तीफा लेने लगे तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
बीजेपी ने शरद पवार के दावों को बताया झूठा
शरद पवार के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बीजेपी ने उनके दावों को झूठा वताया और बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय (Amit Malviya) ने दावों पर सवाल उठाए. उन्होंने अनिल देशमुख का एक वीडियो रीट्वीट किया, जिसमें वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. अमित मालवीय ने आरोप लगाया, ‘शरद पवार का दावा है कि अनिल देशमुख 5-15 फरवरी से अस्पताल में और 16-27 फरवरी को होम आइसोलेशन में थे. लेकिन अनिल देशमुख 15 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.’
वीडियो पर अनिल देशमुख ने दी सफाई
अमित मालवीय के सवाल उठाने के बाद अनिल देशमुख ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, ‘मुझे कोरोना हुआ था और इसी वजह से नागपुर के अलेक्सिस अस्पताल में 5 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक एडमिट था. 15 को जब मेरा डिस्चार्ज हो रहा था, तब मैं अस्पताल से घर जाने के लिए नीचे आया और अस्पताल के नीचे पत्रकार मिले. कोविड की वजह से वीकनेस थी तो वही बैठकर उनके सवालों का जवाब दिया. घर आकर मैं 27 फरवरी तक होम क्वारंटाइन हो गया और 28 फरवरी को घर से बाहर निकला.
ज्ञात हो की पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का आरोप है कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार और होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करके उन्हें पहुंचाएं और सचिन बजे को इसकी जानकारी दी गई थी।