आईएसडी नेटवर्क। विद्या बालन की नई फिल्म ‘शेरनी’ प्रदर्शित होते ही विवादों में आ गई है। आरोप है कि वास्तविक घटना पर बनाई गई इस फिल्म में काल्पनिक तथ्य डाले गए हैं। इनसे घटना से जुड़े व्यक्ति की प्रतिष्ठा प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है।
विद्या बालन की शेरनी विगत 18 जून को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित की गई थी। सहाफत ने ही सन 2018 में यवतमाल के जंगलों में आदमखोर शेरनी ‘अवनि’ को मारा था। इस शेरनी ने 15 लोगों की जान ली थी। बाद में सरकार के बुलावे पर सहाफत अवनि को मारने गए थे। उल्लेखनीय है कि शेरनी फिल्म में मुख्य शिकारी के किरदार को ऐसा बताया गया है, मानो वह शिकार करने में आनंद उठाता हो।
सहाफत के वास्तविक चरित्र में ऐसा खलनायक वाला शेड डालने से उनका परिवार भड़क गया है। सहाफत के बेटे असगर अली खान फिल्म निर्माताओं पर क़ानूनी कार्रवाई करने के बारे में सोच रहे हैं। असगर ने 15 दिन पहले भी फिल्म निर्माताओं को नोटिस भेजा था लेकिन वे उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। असगर ने कहा फिल्म में ऐसा दिखाया गया, जैसे हम शिकार करने का आनंद ले रहे थे।
असगर ने कहा कि ये फिल्म उनके परिवार की छवि प्रभावित कर सकती है। उल्लेखनीय है कि शेरनी विगत सप्ताह प्राइम वीडियो पर प्रदर्शित हुई थी। बॉक्स ऑफिस पर इसका प्रदर्शन साधारण ही रहा है। शेरनी में शिकारी वाला पात्र क्रूर नहीं दिखाया जाता तो विद्या बालन का किरदार बैलेंस नहीं हो सकता था।
शेरनी के प्रति सहानुभूति का भाव जगाने के लिए पात्र के चरित्र में बदलाव किया गया। हालाँकि ये परिवर्तन फिल्म के पक्ष में लाभकारी नहीं रहा और फिल्म विवाद में अलग से फंस गई। इसके अलावा फिल्म पर जबरन नारीवाद दिखाने के भी आरोप लग रहे हैं। कुल मिलाकर शेरनी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर चमक छोड़ने में असफल रही है और अब उसके निर्माताओं को न्यायालय में जवाब देने की नौबत आ सकती है।