अर्चना कुमारी। आफताब आमीन पूनावाला कितना क्रूर हो सकता है, इसका खुलासा दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में दाखिल किए गए आरोप पत्र में किया है। पुलिस का दावा है कि हत्यारोपी आफताब अमीन पूनावाला ने लिव इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या के तीन महीने बाद उसके सिर को ठिकाने लगाया था।
आरोपी ने श्रद्धा की हड्डियों को मिक्सर में डालकर पीसा था और पाउडर बनाने के बाद उन्हें ठिकाने लगाया। इतना ही नहीं श्रद्धा का कत्ल करने के तीन-चार महीने बाद उसके चेहरे और सिर के बालों को ब्लो टॉर्च से जलाकर बिगाड़ने की कोशिश की थी पुलिस का दावा है कि आफताब कत्ल की वारदात को अंजाम देने के बाद श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट से श्रद्धा बनकर उसके दोस्त लक्ष्मण नाडर के मैसेज का इंस्टाग्राम पर रिप्लाई किया था ।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि 24 जनवरी को 6629 पन्नों की आरोप पत्र में बताया गया है कि 652 नंबर दुकान से आफताब पूनावाला ने एक हैमर (आरी) और उसकी तीन ब्लेड खरीदे । घर पर आकर डेड बॉडी के दोनों हाथ आरी से काटकर एक पॉलिथीन में बाथरूम में ही रख दिया। दिनांक 19/05/2022 को एक दुकान से ट्रेश बैग, एक चाकू और चॉपर खरीदा था और चाकू को बैग में रख दिया था। बैग को पीठ पर टांगते वक्त उस चाकू की बैग से नौक निकलकर उसके दाहिने हाथ में बने टैटू पर कट लग गया था ,जिस पर मैने पड़ोस के डाक्टर से इलाज कराया ।
छतरपुर से 300 लीटर का फ्रिज खरीदा जिसके मैंने 25000 क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया था और फ्रिज मेरे पते पर उसी दिन शाम को दुकानदार ने भिजवा दिया था। शाम को मै डेड बॉडी के दोनों पैरों को एंकल से काटकर उनको ट्रैश बैग में डाल कर वहाँ पैक किया था और काटे हुए बॉडी पार्ट्स को फ्रिज के फ्रीज़र में रख दिए । बॉडी पार्ट्स को काटने के बाद फैले खून को साफ़ करने के लिए मैने एक ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी से फिनायल और हैंडवाश तथा कुछ अन्य सामान आदि खरीदे थे । दिनांक 20.05.2022 को मैंने डेड बॉडी को काटकर ठिकाने लगाने के लिए महरौली मार्किट से एक बड़ा ब्रीफकेस लाल रंग का भी खरीदा था लेकिन पकड़े जाने के डर से इसका इस्तेमाल नहीं किया।
इसके बाद उसके छोटे-छोटे टुकड़े करके जंगल में अलग अलग जगह पर फेंकता रहा था। उसकी बॉडी से उसका सिर और अन्य बॉडी पार्ट्स को काटकर अलग कर लिए और उसके पेट से उसकी अंतड़िया निकालकर पॉलिथीन में डालकर 60 फुटा रोड छतरपुर पहाड़ी के डस्टबिन में रख दिया । कुछ बॉडी पार्ट्स शमशान घाट के पास नाले वाले जंगल, उसके एक हाथ का अंगूठा धान मिल की दिवार के पास, और अन्य बॉडी पार्ट्स हाथ और अन्य हिस्से रेन बसेरा एन्क्लेव के पीछे जंगल और उसकी एक डेड बॉडी पार्ट्स को गुड़गाँव की तरफ जाने वाला रोड पर फेंक दिया था। कुछ बॉडी पार्ट्स को पेट्रोल डालकर जलाया। इसके बाद से बची हुयी हड्डियों पर पानी डालकर आग बुझाकर हड्डियों को मार्बल घिसने वाले ग्राइंडर से अपने किराए के घर की छत पर पाउडर बना कर उसे 100 फूटा सड़क पर डाल दिया था। वारदात के करीब तीन चार महीनों बाद उसके सिर और चेहरे को ब्लो टोर्च से चलाया और जंगल में फेंक दिया ।
उसको मारने वाले दिन मैंने उसके मोबाइल फ़ोन से अपने अकाउंट में Rs. 54000 दो बार में ट्रान्सफर किये थे। इसके बाद मैं मुंबई में जून के पहले हफ्ते में अपने मुंबई बसई किराये के मकान से सामान लाने गया था और मैं कहानी बनाने के लिए 06/06/2022 के क्रेडिट कार्ड में अपने अकाउंट से Rs. 6000 transfer किये थे। जिस से उसे बिल के लिए कॉल ना आए। इसके बाद मैं वापिस छत्तरपुर पहाड़ी आ गया था । जब मुझे महाराष्ट्र पुलिस ने मुझे पूछताछ करने के लिए बुलाया था तो वहां से वापिस आते हुए मुझसे. श्रद्धा का रेडमी फोन गुम हो गया ।
वारदात के बाद मैंने एक नया फ़ोन सैमसंग का खरीद लिया और एक्सचेंज ऑफर में अपना पहले वाला फ़ोन अमेज़न पर बेच दिया था। आफताब का कबूल नामा है कि अपने किराये के घर की जगह ,उसकी डेड बॉडी को घर में रखकर टुकड़े करने वाली जगह , उसकी डेड बॉडी को रखने में इस्तेमाल फ्रिज , उसकी बॉडी के टुकड़े करने में इस्तेमाल किये सभी औजारों को खरीदने वाली दुकानों ,बॉडी ठिकाने लगाने के लिए खरीदे गए, ब्रीफकेस की दुकान और मुझे लगी चोट का इलाज करने वाले डाक्टर का क्लिनिक और उसके बॉडी पार्ट्स को जलाने वाली सभी जगहों व बद्री के घर को दिखा सकता है। उसका यह भी कहना था कि श्रद्धा का एक मोबाइल फोन उसने मीरा भायंदर मुंबई की खाड़ी मे चलती ट्रेन से माणिकपुर पुलिस के पास जाते समय फेंक दिया था। उसका यह भी कहना है कि उसने सबूत मिटाने और हत्या कर गलती किया है इसका माफी दी जाए