वामपंथियों और सेकुलवादियों को सामाजिक न्याय का बोध होता तो इस प्रकार देश में नफरत फैलाने का कुचक्र नहीं रचते। सरकार के खिलाफ प्रपोगेंडा खड़ा करने वाला सिद्धार्थ वरदराजन का ‘द वायर’ खेल के मैदानों में भी नफरत का जहर बोने से बाज नहीं आ रहा है! ‘द वायर’ ने भारतीय क्रिकेट में आरक्षण और जातिगत भेदभाव को लेकर ‘Does India Need A Caste-Based Quota in Cricket?’ आर्टिकल छापा था। आर्टिकल में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के क्रिकेटर्स और भारतीय क्रिकेट में उनके चयन की बात लिखी गई थी। इसी आर्टिकल के सन्दर्भ में एक ‘द वायर’ की और से एक ट्वीट भी किया गया!
In the 86 years since India attained Test status, only 4 out of 290 players belong to the Scheduled Castes and Scheduled Tribes. https://t.co/bhf8dO7T6H
— The Wire (@thewire_in) July 26, 2018
आर्टिकल के मुताबिक, टेस्ट स्टेटस हासिल करने के 86 साल में भारतीय क्रिकेट में 290 खिलाड़ियों में से केवल 4 खिलाड़ी ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के हैं। जहाँ समाज में आरक्षण को लेकर पहले से खींचतान चल रही है वहां पर क्रिकेट में आरक्षण को लेकर प्रोपेगेंडा खड़ा कर समाज का कौन सा भला करना चाहता है ‘द वायर’? खेल में आरक्षण की बात सुनना ही हास्यपद सा लगता है! ‘द वायर’ को क्या लगता है क्रिकेट में आरक्षण देने से विपक्षी टीम आरक्षित खिलाडी से आरक्षण के तहत पेश आएगी?
इस आर्टिकल पर हाल में ही क्रिकेट से संन्यास लेने वाले मोहम्मद कैफ ने कड़ी आपत्ति जताई है। कैफ ने the wire को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट किया है कि कितने प्राइम टाइम जर्नलिस्ट SC या ST है। आपके संस्थान में कितने सीनियर एडिटर SC या ST हैं। शायद खेल ही एक ऐसा क्षेत्र है, जहां जाति के सभी बाधाओं को सफलतापूर्वक तोड़ा गया है। खिलाड़ी एकता के साथ खेलते हैं, लेकिन हमारा पत्रकार नफरत फैला रहा है।
How many prime time journalists are SC or ST or for that matter how many senior editors in your organisation are SC or ST. Sports is perhaps one field which has successfully broken barriers of caste,players play with inclusiveness but then we have such journalism to spread hatred https://t.co/ludDNpPi3x
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) July 29, 2018
‘द वायर’ शायद यह भूल गया कि मैदान sc/st नहीं पहचानता वह केवल खिलाडी की योग्यता को पहचानता है! ऐसा नहीं होता तो एक गरीब चावल उगाने वाले किसान की बेटी अन्तराष्ट्रीय पटल पर देश का मान न बढ़ा पाती! पर उनको इससे क्या इन्हें तो समाज में वैमनस्य के बीज बोने हैं?
URL: Siddharth Varadarajan’s ‘The Wire’, Mohammad Kaif showed the mirror!
Keywords: The wire, Mohammad kaif, reservations in cricket, sc/st players in indian test cricket history, द वायर, सिद्दार्थ वरदराजन, मोहमद कैफ, क्रिकेट में आरक्षण,