
सोनिया-राहुल की काहिली देखिए, रायबरेली में रेल कोच फैक्टरी का शिलान्यास 2007 में किया गया, लेकिन कोच उत्पादन अगस्त 2014 से शुरू हुआ!
कांग्रेस हमेशा नकारात्मक राजनीति करती रही है। सत्ता के मद में चूर रहने वाली कांग्रेस कभी विपक्ष की भूमिका को पचा ही नहीं पाई। इसलिए सत्ता में रहने के दौरान देश का विकास करने में विफल रही कांग्रेस पिछले साढ़े चार सालों में सार्थक विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा पाई। तभी तो सरकार को विकास के मुद्दे पर घेरने की बजाए वह मंत्रियों की यात्रा और उनपर खर्च का ब्यौरा इकट्ठा करने में तुली है। लेकिन मोदी सरकार के मंत्रियों को घेरना कांग्रेस के लिए आसान नहीं। तभी स्मृति ईरानी ने अपने यात्रा ब्यौरा के लिए जहां कांग्रेस को धन्यवाद दिया है वहीं मोदी सरकार के दौरान रायबरेली के साथ देश में हुए विकास कार्य का ब्यौरा देकर कांग्रेस का मुंह बंद कर दिया है।
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* साल दर साल अपनी यात्रा का ब्यौरा देने के लिए कांग्रेस को धन्यवाद देते हुए स्मृति ईरानी ने सरकार के विकास का ब्यौरा रखा
* रायबरेली स्थित मॉर्डन रेलकोच फैक्ट्री पहुंची स्मृति ईरानी के समक्ष जीएम ने कहा अब हम यहां बुलेट ट्रेन के भी कोच बना सकते हैं
Thanks for your keen interest in my travels. You might want to know year-wise Govt expenditure for RGIPT:
2008-09 – ₹25 cr
2009-10 – ₹25 cr
2010-11 – ₹36 cr
2011-12 – NIL
2012-13 – NIL
2013-14 – NIL2015-18 – ₹433 crore
Guess, you’re better off counting Fitbit steps! https://t.co/MJQmbeNeXu
— Smriti Z Irani (@smritiirani) 7 September 2018
स्मृति ईरानी ने अपनी यात्रा का ब्यौरा देने के लिए जहां कांग्रेस को धन्यवाद दिया वहीं रायबरेली में लगी मॉडर्न कोच फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता भी कांग्रेस के सामने रख दिया। बुद्धिमान के लिए इशारा काफी होता। कांग्रेस अगर समझदारा होगी तो अब भी चेतेगी, और सकारात्मक राजनीति की शुरुआत कर सकती है। स्मृति ईरानी ने रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री के बारे में अपने ट्वीट में लिखा है कि जो फैक्टरी किसी समय में सिर्फ कोचों की रंगाई करती थी वह आज वैश्विक स्तर के श्रेष्ठ ट्रेन कोच बना रही है। एक प्रकार से उन्होंने कांग्रेस की रानी मां सोनिया गांधी और उसके तारणहार राहुल गांधी को आईना दिखाया है।
जो फैक्टरी किसी समय में सिर्फ कोचों की रंगाई का कार्य करती थी आज वैश्विक स्तर के श्रेष्ठ कोचों का निर्माण कर रही है। @RailMinIndia को बधाई और प्रधानमंत्री @narendramodi और रेल मंत्री @PiyushGoyal को धन्यवाद। pic.twitter.com/xOfzbpjwyJ
— Smriti Z Irani (@smritiirani) 7 September 2018
स्मृति ईरानी ने अपने ट्वीट में कहा है कि रायबरेली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेक इन इंडिया के तहत शुरू की गई पहल से मॉडर्न रेल कोच फैक्टरी’ ने विगत चार वर्षों में मशीनों की स्थापना, कर्मचारियों की तैनाती, वित्तीय प्रगति, आदि प्रत्येक क्षेत्र में लगातार वृद्धि दर्ज करती आ रही है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा प्रारंभ की गई @makeinindia पहल के तहत 'रायबरेली मॉडर्न रेल कोच फैक्टरी' ने विगत चार वर्षों में मशीनों की स्थापना, कर्मचारियों की तैनाती, वित्तीय प्रगति, आदि प्रत्येक पहलू में लगातार वृद्धि दर्ज की है। pic.twitter.com/3UW2vDRiOt
— Smriti Z Irani (@smritiirani) 7 September 2018
वैसे तो रायबरेली में रेल कोच फैक्टरी का शिलान्यास 2007 में किया गया था, लेकिन कोच उत्पादन अगस्त 2014 से शुरू हुआ जो आज प्रति वर्ष 700 कोच से अधिक हो चुका है। ध्यान रहे यह फैक्टरी भी यूपीए शासनकाल के दौरान शुरू की गई थी, लेकिन उत्पादन मोदी सरकार के आने के बाद ही हो सका। क्या किसी फैक्टरी को उत्पादन शुरू करने में सात साल लगता है? लेकिन कांग्रेस के कार्यकाल में एक फैक्ट्री को शुरू करने में सात साल लग गए वो भी उस लोकसभा सीट के अंतर्गत जिसकी सांसद स्वयं कांग्रेस की रानी मां सोनिया गांधी हैं। स्मृति ईरानी ने कहा है कि उत्पादन बढ़ाने के लिए इस सामान्य रेल फैक्टरी को मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री में परिवर्तित किया गया है।
रायबरेली में रेल कोच फैक्टरी का शिलान्यास 2007 में किया गया था पर कोच उत्पादन अगस्त 2014 में प्रारंभ हुआ जो आज प्रति वर्ष 700 कोच से अधिक हो चुका है। उत्पादन बढ़ाने हेतु इस सामान्य रेल फैक्टरी को मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री में परिवर्तित किया गया जिसका मैंने आज निरीक्षण किया। pic.twitter.com/2jKLfHUsbH
— Smriti Z Irani (@smritiirani) 7 September 2018
यहां यह जिक्र करना जरूरी है कि रायबरेली से सोनिया गांधी लोकसभा सांसद है तथा अमेठी से राहुल गांधी, जबकि स्मृति ईरानी राहुल गांधी के हाथों 2014 में हारी हुई उम्मीदवार भर हैं। जो सदस्य हारी हुई सीट पर दोबारा जाना गंवारा नहीं करते वहीं स्मृति ईरानी ने अपने वादे के मुताबिक अमेठी को कभी छोड़ा नहीं। राहुल गांधी से कहीं अधिक बार स्मृति ईरानी अमेठी का दौरा कर चुकी हैं। और एक बात अमेठी के लिए जितना काम हारकर स्मृति ईरानी ने किया है उतना काम कोई सांसद भी अपनी सीट के लिए नहीं करते। राहुल गांधी की तो बात दूर जाने दीजिए, क्योकि राहुल गांधी और विकास का तो कोई रिश्ता ही नहीं है।
.@narendramodi govt approves Rs 2804.09 Cr for establishment & operationalisation of 7 new #IIMs –
Amritsar-Rs 348.31 Cr,
Bodh Gaya-Rs 411.72 Cr,
Nagpur-Rs 379.68 Cr,
Sambalpur-Rs 401.94 Cr,
Sirmaur-Rs 392.51 Cr,
Vishakapatnam-Rs 445 Cr,
Jammu-Rs 424.93 Cr #CabinetDecisions— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) 6 September 2018
कांग्रेस को एक ही तरफ से जवाब नहीं दिया गया है। मानव कल्याण मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने ट्वीट कर कांग्रेस को जवाब दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस को यह बताने की कोशिश की है कि किसी मंत्री की यात्रा का ब्यौरा निकालने से कुछ नहीं होने वाला अगर आपके पास अपनी सरकार का कोई विकास गाथा है तो बताइये नहीं तो अब चुनाव का समय आ गया है कोई भविष्य की योजना है तो देश की जनता को बताइये। तभी तो उन्होंने अपनी सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अतुलनीय विकास का ब्यौरा रखा है। उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से बताया है कि जिस कांग्रेस के इतने दिनों के कार्यकाल में आईआईएम एबीसीडी (अहमदाबाद, बेंगलोर, कलकत्ता और दिल्ली) से आगे नहीं बढ़ा वहीं मोदी सरकार ने महज साढ़े चार साल के कार्यकाल में सात नए शहरों में आईआईएम की शुरुआत कर दी है। उन्होंने यह भी बताया है कि किस शहर में नए आईआईएम खुलने वाले हैं और किसे कितनी राशि दी गई है।
URL: Smriti Irani hits out rahul gandhi Congress in Raebareli
Keywords: smriti irani, smriti irani in rae bareily, Modi government, development of rae bareli, rahul gandhi, congress,
स्मृति ईरानी, रायबरेली में स्मृति ईरानी, मोदी सरकार, रायबरेली का विकास, राहुल गांधी, कांग्रेस
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